Exercise For Normal Delivery: योग और एक्सरसाइज प्रेग्नेंसी में सेहतमंद रहने का एक बेहतरीन तरीका है. इसकी मदद से डिलीवरी में कॉम्प्लिकेशन के चांस भी कम कम रहते हैं. डॉ. पल्लवी वसल, यूनिट डायरेक्टर - ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल, गुड़गांव के अनुसार पूरी गर्भावस्था के दौरान नियमित व्यायाम करने से सामान्य स्वास्थ्य में सुधार होता है. विशेष रूप से प्रसव के लिए डिज़ाइन किए गए ये 5 व्यायाम सहनशक्ति, लचीलेपन और प्रसव के दौरान उपयोग की जाने वाली मांसपेशियों में ताकत में सुधार कर सकते हैं. हालांकि कंसीव करने के बाद योग शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी है.
पेल्विक टिल्ट्स पेट की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं, कमर दर्द को कम करते हैं और प्लेविक के लचीलेपन में सुधार करते हैं. पेल्विक टिल्ट करने के लिए, अपनी पीठ के बल लेट जाएं, घुटने मुड़े हुए हों और पैर जमीन पर सपाट हों. अपने पेट की मांसपेशियों को कस लें और अपनी कमर को जमीन पर दबाएं. कुछ सेकंड के लिए रुकें और छोड़ें. इस प्रक्रिया को 10-15 बार दोहराएं.
स्क्वाट्स निचले शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करने और प्लेविक को खोलने में मदद करते हैं, जिससे बच्चे के लिए प्रसव के दौरान उतरना आसान हो जाता है. स्क्वाट करने के लिए, अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई पर रखकर खड़े हों, अपने शरीर को नीचे की ओर झुकाएं जैसे कि कुर्सी पर बैठते समय अपनी पीठ को सीधा रखते हुए और घुटने अपने पैर की उंगलियों के पीछे हों, फिर खड़े होने की स्थिति में वापस आ जाएं. इसे 10-15 बार दोहराएं.
कीगल एक्सरसाइज पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को टारगेट करती हैं, जो गर्भाशय, मूत्राशय और आंतों का सपोर्ट करती हैं. इन मांसपेशियों को मजबूत करने से लेबर और रिकवरी में मदद मिल सकती है. केगल करने के लिए, आराम से बैठें या लेट जाएं, पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को ऐसे ही सिकोड़ें जैसे कि पेशाब की धारा को रोकना हो, 5-10 सेकंड के लिए रुकें, और फिर छोड़ें. दिन में 10-15 बार दोहराएं.
कैट-काउ स्ट्रेच रीढ़ की लचीलेपन में सुधार करने और पीठ के तनाव को दूर करने में मदद करता है, साथ ही साथ भ्रूण की स्थिति बेहतर बनाता है. कैट-काउ स्ट्रेच करने के लिए, अपने हाथों और घुटनों के बल आ जाएं, हाथ कंधों के नीचे और घुटने कूल्हों के नीचे हों. सांस छोड़ते हुए अपनी पीठ को बिल्ली की तरह उभारें, फिर अपनी पीठ को नीचे करें और सांस लेते हुए अपने सिर और पूंछ की हड्डी को ऊपर उठाएं. इसे 10-15 बार दोहराएं.
चलना एक सरल लेकिन प्रभावी व्यायाम है जो शरीर को सक्रिय रखता है, परिसंचरण में सुधार करता है और स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है. यह बच्चे को जन्म के लिए बेहतर स्थिति में जाने के लिए भी प्रोत्साहित कर सकता है. गर्भवती महिला के लिए रोजाना 30 मिनट तेज चलना फायदेमंद होता है. Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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