Afghanistan Migrants news: पाकिस्तान अफगानिस्तान के शरणार्थियों को डंडे मार कर भगा रहा है. अफगान शरथार्थी संकट का सबसे बुरा नन्हे-मुन्हें बच्चों पर पड़ा है. जिनका भविष्य खतरे में है. देश छोड़ने की डेडलाइन बीतने के बाद पाकिस्तानी सेना और पुलिस सख्ती कर रही है. पाकिस्तान और तालिबान सरकार का तनाव चरम पर है.
पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर तनाव है. शरणार्थियों की भीड़ लगी है. पाकिस्तान सरकार गैर कानूनी रूप से रहे अफगान लोगों को उनके देश भेज रही है. PAK में 40 लाख अफगानी लोग रहते हैं.
पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे अफगानिस्तान के शरणार्थियों की तादाद 17 लाख है. इसमें हजारों की तादाद में मासूम बच्चे हैं. उनका भविष्य संकट में है. पाकिस्तान हर हाल में इन्हें बाहर करने पर आमादा है. डेडलाइन बीतने से हालात बेकाबू हैं. रिफ्यूजियों को जबरन निकाला जा रहा है. ऐसे में तालिबान ने पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी है.
इस मानवीय त्रासदी की बात करें तो पाकिस्तानी फौज और पुलिस अफगान लोगों के कच्चे-पक्के घरों को तोड़ रही है. अफगान बॉर्डर यानी ग्राउंड जीरो से कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें लाखों अफगान शरणार्थी अपना समान ट्रक, बस और अन्य गाड़ियों में लादकर अंदरूने मुल्क यानी अफगानिस्तान की तरफ जा रहे हैं.
अफगानिस्तान के लाखों मुस्लिमों पर पाकिस्तान सरकार कहर बनकर टूट रही है. ये लोग दशकों से पाकिस्तान में जैसे जैसे गुजर बसर कर रहे थे. पाकिस्तानी की नागरिकता से जुड़े कागज न होने पर इन्हें भगाया जा रहा है. यहां सबसे ज्यादा परेशान और हैरान करने वाली बात ये है कि दुनिया के किसी भी मुस्लिम देश ने इस मानवीय त्रासदी को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है.
घर तोड़े जा रहे हैं. डंडे मारे जा रहे हैं. बच्चों के सामने उनके परिजनों की हालत बड़ी दुखद है. बलूचिस्तान के चमन इलाके से सैकड़ों अप्रवासियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का कहना है कि रजिस्ट्रेशन के बाद बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों को होल्डिंग सेंटर भेज रहे हैं.
अब तक लगभग 5000 अवैध अफगान शरणार्थियों को होल्डिंग सेंटर में भेज दिया गया है. अफगान सरकार से आ रही खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे लगभग करीब एक लाख से ज्यादा अफगान शरणार्थी लौट आए हैं. इन गैर-दस्तावेज वाले शरणार्थियों में 28000 पुरुष, 19000 महिलाएं और 56000 हजार बच्चे शामिल थे.
पुलिस के मुताबिक प्रवासियों के परिवहन, भोजन और अन्य इंतजाम कराना स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है. किसी को परेशानी न हो हम इसका खयाल रख रहे हैं.
इस आंकड़े में मासूम बच्चों की तस्वीरें देखकर लोग इमोशनल हो रहे हैं.
पाकिस्तान सरकार इन लोगों पर उग्रवाद और विभिन्न अपराधों में शामिल होने का आरोप लगा रही है. इसलिए एक ही तराजू में तौलते हुए लाखों लोगों को बाहर कर रही है. जिसका खामियाजा लाखों बेगुनाह बच्चे भुगत रहे हैं.
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