PM Modi Council of Ministers meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की आखिरी मंत्रिपरिषद की बैठक में सांसदों को जीत का मंत्र दिया. पीएम मोदी अपने मंत्रियों को लगभग 1 घंटे संबोधित किया. पीएम मोदी आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त दिखे. उन्होंने अपनी कैबिनेट के साथियों संग मैराथन बैठक की. इस महत्वपूर्ण मुलाकात में प्रधानमंत्रियों ने अपने मंत्रियों को विवादित बयानबाजी से बचने और ज्यादा बोलने से परहेज करने को कहा. पीएम मोदी ने कहा, 'जब भी बोलें, सोच समझकर बोलें, बोलते समय सरकार की उपलब्धियां गिनाएं.' पीएम मोदी ने अपनी मंत्रिपरिषद के सदस्यों को डीप फेक से भी सतर्क रहने को कहा है. इसके साथ उन्होंने तीसरी बार केंद्र में सरकार बनने के बाद अगले 100 दिन का रोडमैप सबके सामने रखा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपनी कैबिनेट के साथियों के साथ अहम बैठक की. इस बैठक में ‘विकसित भारत : 2047’ के लिए विजन पत्र और अगले पांच सालों के लिए विस्तृत कार्ययोजना पर मंथन किया गया. इसी मुलाकात में पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को विवादित बयानबाजी से बचने और अनावश्यक बोलने से परहेज करने की सलाह दी. पीएम मोदी ने कहा, 'जब भी बोलें, सोच समझकर बोलें. अगर बोलना है तो सरकार की योजनाओं पर बोलें और विवादित बयानों से बचें.'
सरकार के सूत्रों ने बताया कि बैठक में, मई 2024 में नयी सरकार के गठन के बाद तुरंत उठाए जाने वाले कदमों के लिए 100 दिवसीय एजेंडे के शीघ्र क्रियान्वयन पर चर्चा की गई. इस दौरान ‘विकसित भारत’ के लिए ‘रोडमैप’ पर चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक ये जानकारी सामने आई है कि 'विकसित भारत' का लक्ष्य पूरा करने के लिए मोदी सरकार सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग संगठनों, नागरिक समाज संस्थाओं, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श तथा युवाओं के सुझावों को समाहित करते हुए आगे बढ़ेगी.
पीएम मोदी के इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को लेकर एक अधिकारी ने कहा, ‘अब तक विभिन्न स्तरों पर 2,700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए. 20 लाख से अधिक युवाओं से सुझाव प्राप्त हुए.’ ‘विकसित भारत’ के लिए बना रोडमैप राष्ट्रीय दृष्टि, आकांक्षाओं, लक्ष्य और कार्यों के साथ तरीके से बना एक व्यापक खाका है. विकसित भारत के लक्ष्यों में आर्थिक विकास, सतत विकास लक्ष्य (SDG), जीवन को आसान बनाना, व्यापार करने में आसानी, बुनियादी ढांचा और सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्र शामिल हैं.
पीएम मोदी की मंत्रिपरिषद की बैठक में कई मंत्रालयों ने अपने विचार व्यक्त किए. ये अहम बैठक करीब 8 घंटे चली. इस बैठक में सरकार के 10 सालों में हुए काम-काज के साथ पेंडिंग यानी बचे हुए कामों पर भी बात हुई.
पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान कहा कि इस साल जून में जो बजट पेश होगा उसमें विकसित भारत की झलक दिखनी चाहिए. भारत 2047 तक एक विकसित देश कैसे बने इसको लेकर सचिवों ने पीएम को पांच प्रजेंटेशन दिखाए. केंद्रीय मंत्रियों अश्विनी वैष्णव, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू , अर्जुन मेघवाल और पीयूष गोयल ने प्रजेंटेशन पर अपने सुझाव प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखे.
मंत्रिपरिषद की बैठक में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं और बीते 5 वर्षों के प्रदर्शन पर चर्चा हुई. इसी बैठक में तय हुआ कि बीजेपी (BJP) अपने लोकसभा चुनाव अभियान में केंद्र की उपलब्धियों और विकास योजनाओं पर जोर देने पर ध्यान केंद्रित करेगी. पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने राज्यसभा के सांसदों को चुनाव लड़ने को कहा था.'
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