अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनके दर्शन को लाखों लोग रोजाना पहुंच रहे हैं. रामलला को पहनाया गया उनका मुकुट भी इस समय आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. मुकुट को बनाने वाले ज्वैलर्स ने बताया कि उन्होंने मुकुट का ये डिजाइन कैसे बनाया और किन चीजों को इसमें शामिल किया है.
बता दें कि बदायूं के हरसाहयमल श्यामलाल ज्वैलर्स ने रामलला का ये मुकुट डिजाइन किया है. उनकी लखनऊ शाखा ने ये मुकुट बनाया है. राम मंदिर ट्रस्ट ने उन्हें बताया कि रामलल का मुकूट बनाते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि ये मुकुट साढ़े पांच साल के बच्चे के लिए बनाया जा रहा है. ऐसे में उनका भाव, पहनावा और जेबर सब कुछ ऐसा होना चाहिए, जो साढ़े पांच साल के बच्चे का होता है.
रामलला का मुकुट बनाने वाले ज्वैलर्स ने बताया कि जब हम रामलला का मुकूट बना रहे थे, तब हमने इस बात का खास ख्याल रखा कि वे राजघराने के हैं. इसलिए मुकुट को डिजाइन करने के लिए कड़ी सर्च की गई, रामायण से फोटोज निकाली गईं और इसके बाद उनका मुकुट डिजाइन किया गया.
बता दें कि रामलला के मुकुट के ठीक ऊपर सूर्य देव को इंगित किया गया है. प्रभु श्री राम सूर्यवंशी हैं, इसलिए भगवान सूर्य देव विराजित हैं. इसके ऊपर एक पन्ना लगया गया है. पन्ना शाही परिवार को दर्शाता है. इसलिए मुकुट के सबसे ऊपर एक बड़ा पन्ना लगाया गया है.
बता दें कि मुकूट पर लगे पंखे प्रभु श्री राम के वंश को परिभाषित करते हैं. इतना ही नहीं, मुकुट में एक मछली भी इस्तेमाल की गई है, जो कि उत्तरप्रदेश का प्रतीक है. और एक मोर को भी इंगित किया गया है, जो भारत का राष्ट्रीय पक्षी है.
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