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धाकड़ लेडी सिंघम, 15 महीने में 16 एनकाउंटर...खूबसूरती ऐसी कि बॉलीवुड हसीनाएं भी फेल, नाम से ही क्रिमिनल खाते हैं खौफ

IPS Sanjukta Parashar Success Story: हमारे देश में ऐसी कई तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी हैं, जिनसे अपराधी थर-थर कांपते हैं. इन्हीं में से एक महिला आईपीएस अधिकारी हैं संयुक्ता पराशर, जिनका नाम देश के जांबाज पुलिस ऑफिसर्स में शुमार है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आईपीएस अधिकारी संजुक्ता कितनी पढ़ी-लिखी हैं, आखिर क्यों क्रिमिनल्स में इनके नाम का इतना खौफ हैं और क्यों कहलाती हैं यह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट...

पढ़ाई में भी अव्वल

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पढ़ाई में भी अव्वल

संजुक्ता पराशर का जन्म 3 अक्टूबर 1979 को असम में हुआ था. उनकी स्कूलिंग भी असम में ही हुई है. संजुक्ता पराशर ने दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया है. 

UPSC में मिली थी ये रैंक

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UPSC में मिली थी ये रैंक

इसके बाद जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन में मास्टर्स किया. इसके बाद यूएस फॉरेन पॉलिसी में एमफिल और पीएचडी की डिग्रियां भी ली हैं. संजुक्ता पराशर ने यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में ऑल इंडिया 85वीं रैंक हासिल की थी.

लेडी सिंघम

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लेडी सिंघम

संजुक्ता पराशर 2006 बैच की असम-मेघालय कैडर की आईपीएस ऑफिसर हैं. उन्हें पुलिस एकेडमी में अपनी ट्रेनिंग के दौरान उत्कृष्ठता के लिए गृह मंत्री अमित शाह की ओर से सम्मानित किया जा चुका है. 

 

पुलिस महकमे में है दबदबा

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पुलिस महकमे में है दबदबा

IPS संजुक्ता पराशर एक निडर आईपीएस ऑफिसर हैं, जो बदमाशों से सीधे भिड़ने का दम रखती हैं. साल 2015 में जब वह असम के जोरहाट जिले में एसपी पद पर तैनात थीं, तब लेडी सिंघम एके 47 लेकर उग्रवादियों से लोहा ले चुकी हैं.उनकी पर्सनालिटी ऐसी है कि अच्छी-अच्छी बॉलीवुड हसीनाएं भी उनके आगे फीकीं नजर आती हैं. 

बहादुरी के किस्से

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बहादुरी के किस्से

IPS संजुक्ता पराशर के साहसिक कामों के चलते ही असम के लोग उन्हें आयरन लेडी ऑफ असम कहते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह ये भी हैं कि आईपीएस ने असम की उन जगहों पर एनकाउंटर किया, जहां नॉर्मल ऑपरेशन चलाना भी मुश्किल था.

क्यों कहलाती हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट?

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क्यों कहलाती हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट?

बदमाशों को सफाया करने वालीं आईपीएस संजुक्ता पराशर का नाम ही काफी है. आईपीएस संजुक्ता के नाम से ही उग्रवादी खौफ खाते है. आईपीएस संजुक्ता ने सिर्फ 15 महीने में 16 एनकाउंटर करने का रिकॉर्ड बनाया है. वह देश की टॉप एनकाउंटर स्पेशलिस्ट आईपीएस अधिकारियों में से एक हैं.

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पराशर के साहसिक कारनामों ने अपराधी और उग्रवादियों के जेहन में ऐसा खौफ भर दिया कि उनके नाम से उग्रवादी कांपते लगते हैं. जानकारी के मुताबिक उन्होंने 64 से ज्यादा उग्रवादियों को गिरफ्तार किया था.

जान से मारने की मिल चुकी धमकी

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जान से मारने की मिल चुकी धमकी

संजुक्ता के कई किस्से मशहूर हैं. बताया जाता है कि उन्हें असम के सक्रिय उग्रवादी समूहों ने कई बार जान से मारने की धमकी दी है, लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की और वह बेखौफ अपनी ड्यूटी करती हैं.

पर्सनल लाइफ

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पर्सनल लाइफ

लेडी सिंघम एक अच्छी आईपीएस ऑफिसर होने के साथ-साथ एक अच्छी पत्नी और मां भी हैं. आईपीएस संजुक्ता पराशर के पति का नाम संदीप कक्कड़ है. दोनों का एक बेटा भी है. उनकी मां डॉक्टर और पिता इंजीनियर हैं. संजुक्ता का एक छोटा भाई भी हैं. ऑफिसर संजुक्ता के बेटे की देखरेख की उनकी मम्मी ही करती हैं.  

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