ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर के अंदर या घर के आंगन में पेड़ लगाने का क्या मतलब है. वहीं, घर के बाहर बेड़ पेड़ लगाए जा सकते हैं. वास्तु जानकारों के अनुसार अगर शुभ पेड़ों को घर के बाहर सही दिशा में लगा लिया जाए, तो व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
वास्तु शास्त्र में बहुत से ऐसे पेड़-पौधों के बारे में बताया गया है, जिन्हें घर में या घर के बाहर लगाना शुभ माना गया है. लेकिन कई बार घर की छत पर या घर के बाहर कुछ ऐसे पौधे उग आते हैं जो घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाते हैं. ऐसे ही कई बार पीपल का पौधा भी घर पर अपने आप आ जाता है. शास्त्रों के अनुसार किस पीपल को अशुभ नहीं माना जाता, जानें.
वास्तु जानकारों के अनुसार अगर पीपल के पेड़ मे 1000 से कम पत्ते हैं, तो उसे पौधे की श्रेणी में रखा जाता है. ऐसे में अगर वे सही जगह पर नहीं है, तो उन्हें निकाला जा सकता है. लेकिन उसे एक स्थान से निकाल कर दूसरी जगह लगा सकते हैं. लेकिन अगर किसी पीपल के पेड़ में 1000 पत्तों से ज्यादा हैं, तो उसे निकालना नहीं चाहिए.
ऐसा माना जाता है कि घर में लगा हुआ पीपल पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए. अगर ऐसा होता है, तो मन में भूत-प्रेत और आत्माओं का डर बना रहता है. साथ ही, जैसे जैसे पेड़ बड़ा होता है, घर में लोगों को पैसों की समस्या का सामना करन पड़ता है. वास्तु जानकारों का कहना है कि अगर घर में लगे काटे वाले या दूध वाले पेड़ों को काटा न जा सके, तो उनके पास शुभ पेड़ों को लगा देना चाहिए.
घर में लगी तुलसी मनुष्य के लिए कल्याणकारी मानी गई है. कहते हैं कि सुबह उठकर तुलसी के दर्शन करने से व्यक्ति को सुवर्ण दान का फल प्राप्त होता है. शास्त्रों के अनुसार घर में दक्षिण दिशा में लगी तुलसी नहीं लगानी चाहिए. वरना व्यक्ति की शारीरिक पीड़ाएं बढ़ने लगती हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में दूध वाले पेड़ लगाने से व्यक्ति को पैसों की तंगी का सामना करना पड़ता है. वहीं, अगर फल वाले पेड़ लगाते हैं, तो व्यक्ति की संतान से संबंधी कोई न कोई समस्या बनी रहती है. कहते हैं कि इनकी लकड़ी भी घर में नहीं लगानी चाहिए. ऐसे पौधे लगाने से स्त्री और संतान दोनों को समस्या होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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