Shah Rukh Khan Gauri Khan: इंडस्ट्री में ऐसे बेहद से कपल्स हैं, जो फैंस के फेवरेट हैं और सालों से एक दूसरे का साथ देते चले आ रहे हैं. उन्हीं में से एक प्यारी सी जोड़ी हिंदी सिनेमा के किंग कहे जाने वाले शाहरुख खान और गौरी खान की भी. दोनों की शादी को 33 साल हो चुके हैं. लेकिन दोनों को आज भी साथ देखकर ऐसा लगता है जैसे कल की ही बात है, जब दोनों की मुलाकात हुई, फिर प्यार और फिर शादी. आज हम उनके फैंस को उनकी शादी से जुड़ा एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं, जब शाहरुख ने गौरी को सबके सामने बुर्का पहने और नमाज पढ़ने के लिए कहा था. चलिए जानते हैं आखिर क्यों सुपरस्टार ने ऐसा कहा था?
शाहरुख खान और गौरी खान की पहली मुलाकात तब हुई थी, जब वे एक सुपरस्टार होकर न आपकी और हमारी तरह एक मिडिल क्लास फैमली से आने वाले लड़के थे. लेकिन आज उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से लेकर दुनियाभर में अपनी ऐसी शानदार पहचान बना ली है, जिसको कोई टक्कर नहीं दे सकता और उनके हर कदम में उनकी पत्नी गौरी खान ने उनका साथ दिया. दोनों की पहली मुलाकात 1984 में हुई थी, जब शाहरुख 19 साल और गौरी 14 साल की थीं. दोनों अलग-अलग धर्म से आते थे, लेकिन दोनों ने इसे अपने प्यार के आड़े आने नहीं दिया.
तब गौरी का असली नाम गौरी छिब्बर हुआ करता था. शाहरुख को गौरी पहली नजर में ही पसंद आ गई थीं. ऐसे ही दोनों की मुलाकात हुई, जो प्यार में बदल गई और दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया. लेकिन धर्म अलग अलग होने की वजह से गौरी के पैरेंट्स ने इस रिश्ते को रिजेक्ट कर दिया था. लेकिन जो एक्टर अपने दमदार अभिनय से पूरी दुनिया का दिल जीत सकता है उसके लिए गौरी के माता-पिता का दिल जीतना कौसा मुश्किल काम था. उन्होंने जैसे तैसे हिंदू लड़का बनकर गौरी के पेरेंट्स को मना लिया था.
आखिरकार, वो दिन भी आ गया जिसका दोनों बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. दोनों ने 25 अक्टूबर, 1991 को हिंदू रीति-रिवाजों से शादी कर ली. लेकिन शादी के रिसेप्शन में कुछ ऐसा हुआ कि शाहरुख के ससुराल वाले हैरान रह गए. इस किस्से का जिक्र खुद एक बार किंग खान ने किया था. फरीदा जलाल के साथ एक इंटरव्यू में शाहरुख ने ये मजेदार किस्सा सुनाया था. शादी के रिसेप्शन में कुछ लोग कह रहे थे कि अब गौरी का नाम बदल दिया जाएगा और वो मुस्लिम बन जाएंगी. इस पर शाहरुख ने मजाक में गौरी से कहा, 'चलो, बुर्का पहन लो और नमाज पढ़ो'.
इसके बाद शाहरुख ने गौरी से कहा, 'अब इनका नाम बदलकर आयशा कर देंगे. ये नमाज पढ़ेंगीं और घर से भी बाहर नहीं निकेलेंगी'. उनकी इस बात को सुनने के बाद गौरी के परिवार वाले और आस-पास खड़े लोग हैरान रह गए थे. शाहरुख ने कहा कि उस समय तो मजा आया, लेकिन उन्होंने सीखा कि धर्म का सम्मान करना चाहिए और इसे प्यार के बीच में नहीं आने देना चाहिए. आज के समय में गौरी खान के माता-पिता अपनी बेटी से ज्यादा अपने दामाद और लाखों-करोड़ों फैंस के दिलों में बसने वाले शाहरुख खाने से प्यार और सम्मान करते हैं.
हालांकि, शादी के बाद गौरी ने अपना धर्म तो नहीं बदला, लेकिन वो अपने पति शाहरुख खान का सरनेम जरूर यूज करती हैं और अपने नाम के साथ खान लगाती है. दोनों की शादी को 33 साल हो चुके हैं, लेकिन दोनों के बीच आज भी वैसा ही प्यार बरकरार है, जैसा पहली दफा मिलने पर था. दोनों के तीन बच्चे हैं. सबसे बड़े बेटे का आर्यन खान है, जो जल्द ही एक निर्माता-निर्देशक के तौर पर अपनी शुरुआत करने वाला है. दूसरे नंबर पर बेटी सुहाना खाना आती हैं, जो जोया अख्तर की फिल्म 'द आर्ची' से डेब्यू कर चुकी हैं और सबसे छोटे अबराम हैं, जिनका जन्म सरोगेसी से हुआ था.
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