Anil Ambani Companies: अनिल अंबानी की जो कंपनियां कर्ज के बोझ से दबी थी, अब उन्हें नए ऑर्डर मिल रहे हैं. सिर्फ नए ऑर्डर ही नहीं अब अनिल अंबानी ताबड़तोड़ नए कंपनियों का ऐलान कर रहे हैं.
Anil Ambani: दिवालियापन की कगार पर पहुंच चुके उद्योगपति अनिल अंबानी के दिन फिरने लगे हैं. अनिल अंबानी की कंपनी अब ट्रैक पर लौटने लगी है. कंपनियों के शेयर फिर से रफ्तार पकड़ने लगे हैं. अनिल अंबानी की पावर कंपनी रिलायंस पावर ( Reliance Power) के शेयर को कर्ज फ्री होने के बाद गिरते बाजार में भी कमाल कर रहे हैं. अनिल अंबानी की जो कंपनियां कर्ज के बोझ से दबी थी, अब उन्हें नए ऑर्डर मिल रहे हैं. सिर्फ नए ऑर्डर ही नहीं अब अनिल अंबानी ताबड़तोड़ नए कंपनियों का ऐलान कर रहे हैं. ऐसे में मन में सवाल जरूर उठ रहा है कि आखिर ये सब हुआ कैसे ? ऐसा कौन सा जादू हुआ, कि अनिल अंबानी के दिन फिरने लगे ?
अनिल अंबानी के भाई मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति है. मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की मोस्ट वैल्यूएबल कंपनियों में शामिल है. रिलायंस के बंटवारे के बाद दोनों भाईयों को बराबर का हिस्सा मिला, लेकिन बड़ा भाई मुकेश अंबानी ने कारोबार को बढ़ाते हुए अरबपतियों की लिस्ट में खुद को शामिल कर लिया तो वहीं अनिल अंबानी कर्ज को बोझ तले दबते चले गए और कंपनियां दिवालिया होती चली गई. लेकिन अब अनिल अंबानी ने भाई के नक्शेकदम पर चल पड़े हैं. मुकेश अंबानी ने कंपनियों के कर्ज को वक्त पर या उससे पहले खत्म करने पर हमेशा फोकस रखा है. यहां वजह रही है कि उनकी कंपनी तरक्की करती रही. अब अनिल अंबानी ने भी कर्ज कम करने पर फोक बढ़ा दिया है.
अनिल अंबानी कंपनियों के कर्ज को कम करने या खत्म कपने पर फोकस बढ़ा रहे हैं. हाल ही में उनकी कई कंपनियां कर्ज मुक्त हो गई हैं. रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी रोजा पावर ने सिंगापुर के लेंडर वर्डे पार्टनर्स को 850 करोड़ रुपये के कर्ज का समय से पहले चुका दिया. रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी रोजा पावर ने वर्डे पार्टनर्स को 485 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज चुकाकर ज़ीरो डेट वाली कंपनी बनने की बड़ी उपलब्धि हासिल की है. इससे पहले उनकी कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने अपने कर्ज के बोझ को 3,831 करोड़ रुपए से घटाकर 475 करोड़ रुपए कर लिया. रिलायंस पावर की सहायक कंपनी समालकोट ने भी अपने टर्म लोन के बकाए लोन का ब्याज चुका दिया. कंपनियों पर कर्ज का बोझ कम होते ही उन्हें ऑर्डर मिलने लगे हैं.
कंपनियों का कर्ज कम होते ही नए ऑर्डर मिलने लगे हैं. रिलायंस पावर की सहयोगी कंपनी रिलायंस एनयू सनटेक को सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) से 930 मेगावाट का सोलर और बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट मिला है. इससे पहले अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर को 500 मेगावाट बैटरी एनर्जी स्टोरेज का आर्डर मिला.
एक तरफ कर्ज चुका रहे अनिल अंबानी दूसरी ओर नई कंपनियां शुरू कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंनेन रिलायंस एनयू एनर्जीज (Reliance NU Energies) नामक कंपनी बनाई गई है. यह कंपनी सोलर, विंड एनर्जी समेत पंप स्टोरेज हाइड्रोपावर और बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम सेक्टर में काम करेगी. इससे पहले अनिल अंबानी की इंफ्रा कंपनी ने रिलायंस जय प्रॉपर्टीज प्राइवेट कंपनी के नाम ने नई रियल एस्टेट कंपनी शुरू की. अनिल अंबानी ने ईवी सेक्टर में कदम रखने के लिए चीन की सबसे बड़ी ईवी कंपनी बीवाईडी के फॉर्मर इंडिया हेड को सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया. इसके अलावा उन्होंने रिलायंस एंटरप्राइजेज के नाम से नई कंपनी शुरू की.
अनिल अंबानी जिस रफ्तार से कारोबार में वापसी कर रहे हैं, उसमें बड़ा हाथ उनके बेटों का है. अनिल अंबानी के दोनों बेटे जय अनमोल और अंशुल अंबानी कारोबार में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. दोनों बेटों की फुल फ्लेज कारोबारी में इंट्री के बाद से अनिल अंबानी की सुस्त पड़ी कंपनियों ने रफ्तार पकड़ ली है.
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