कुत्ते के काटने के बाद अगर आप कुछ खास ऐहतियात ना बरतें तो कई तरह की घातक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
कुत्ते के काटने के बाद पीड़ित व्यक्ति रैबीज का शिकार हो जाता है. इसकी वजह से प्रभावित शख्स के नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है और मष्तिष्क में होने वाले परिवर्तन की वजह से वो पानी से डरना शुरू कर देता है.
जब कोई शख्स रैबीज का शिकार हो जाता है तो उसमें रैप्टो वायरस का संक्रमण फैलता है और उसकी वजह से पीड़िट व्यक्ति की ना सिर्फ आवाज बदलती है बल्कि पानी से भय होने लगता है.
रैबीज की वजह से पीड़ित शख्स पानी से डर लगने लगता है और उस रोग को हाइड्रोफोबिया कहते हैं. हाइड्रोफोबिया दो शब्दों हाइड्रो और फोबिया से मिलकर बना है, हाइड्रो का अर्थ पानी और फोबिया का मतलब भय होता है.
रैबीज से प्रभावित शख्स का सेंट्रल नर्वस सिस्टम धीरे धीरे प्रभावित होने लगता है और धीरे धीरे वो पैरालाइज का शिकार हो जाता है.
अगर कुत्ते ने आपको काट लिया हो तो एंटी रैबीज के इंजेक्शन जरूर लगवाएं. ऐसा करने पर आप रैबीज के शिकार नहीं होंगे. इस तरह से आप हाइड्रोफोबिया की दिक्कत से बच जाएंगे.
ट्रेन्डिंग फोटोज़