How to Become Crorepati: आज यानी 4 अक्टूबर को हर साल वर्ल्ड फाइनेंशियल प्लानिंग डे (World Financial Planning Day) मनाया जाता है. यह इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ सिक्योरिटीज कमीशन (IOSCO) की पहल है. फाइनेंशियल प्लानिंग और निवेश के प्रति जागरूक करने के लिए वर्ल्ड फाइनेंशियल प्लानिंग डे आर्गेनाइज किया जाता है. आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि फाइनेंशियली इंडिपेंडेट होने के लिए आपका जागरूक रहना बहुत जरूरी है. आइए यहां हम आपको बताते हैं कि आप भी किस तरह करोड़पति बन सकते हैं?
पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन का मतलब आपको एक ऐसा पोर्टफोलियो तैयार करना है, जिसमें नकदी, इक्विटी, डेब्ट, अलटरनेटिव इंवेस्टमेंट और कमोडिटी सभी प्रकार की चीजें शामिल हों. अलग-अलग जगह इंवेस्ट करके आप किसी एक निवेश के खराब प्रदर्शन के प्रभाव को कम कर सकते हैं.
यह नियम हर शख्स के लिए लागू होता है. प्रत्येक व्यक्ति को अपनी आमदनी को तीन कैटेगरी में बांटना चाहिए. पहला 50% हिस्सा जरूरी खर्च करने के लिए हो. इसके बाद 30% हिस्सा आपकी चाहत पर खर्च किया जाना चाहिए. इसके बाद तीसरा यानी 20% हिस्सा हर महीने सेविंग पर खर्च किया जाना चाहिए.
60:40 पोर्टफोलियो का मतलब है कि निवेशकों के पास इक्विटी में 60% और डेब्ट में 40% होना चाहिए. जानकार भी कहते हैं कि निवेशकों को पहले अपनी जोखिम सहनशीलता और क्षमता के बारे में सोचना चाहिए. इक्विटी एसेट लॉन्ग टर्म में करीब 7 से 10 सालों में उनके निवेश के मूल्य को बढ़ाने में मदद करेंगी. वहीं, डेब्ट एसेट मार्केट के अस्थिर होने परआपको सेफ्टी देते हैं.
एक्सपर्ट की तरफ से हमेशा सलाह दी जाती है कि निवेशकों को 10 साल के बाद अपने डेब्ट एक्सपोजर को 5% तक बढ़ाना चाहिए. आसान शब्दों में आप इसे ऐसे कह सकते हैं कि जब आप युवा होते हैं तो आपकी जोखिम लेने की क्षमता ज्यादा होती है. लेकिन जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है तो आपको डेब्ट इंस्ट्रूमेंट में एक्सपोजर बढ़ाना चाहिए.
करोड़पति बनने के लिए जरूरी है कि आपको अपनी म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) को हर साल बढ़ाना चाहिए. एक्सपर्ट भी स्टेप-बॉय एसआईपी का सुझाव देते हैं. स्टेप-अप एसआईपी पूर्व निर्धारित प्रतिशत द्वारा एसआईपी राशि में इजाफा करना है. उदाहरण के लिए इस साल यदि आप हर महीने 10,000 रुपये की एसआईपी करते तो अगले साल इसमें 10 प्रतिशत का इजाफा करते हैं तो यह 11000 रुपये की एसआईपी होनी चाहिए.
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