मासिक शिवरात्रि: सावन से पहले शिवशंकर को प्रसन्‍न करने का सुनहरा मौका, आज की रात कर लें ये काम
Advertisement
trendingNow12320673

मासिक शिवरात्रि: सावन से पहले शिवशंकर को प्रसन्‍न करने का सुनहरा मौका, आज की रात कर लें ये काम

Masik Shivratri 2024: भगवान शिव को प्रसन्‍न करने के लिए सोमवार, प्रदोष व्रत, सावन महीना और मासिक शिवरात्रि का दिन विशेष होता है. आज आषाढ़ शिवरात्रि पर उपाय करके भोलेनाथ को प्रसन्‍न कर लें. 

मासिक शिवरात्रि: सावन से पहले शिवशंकर को प्रसन्‍न करने का सुनहरा मौका, आज की रात कर लें ये काम

Masik Shivratri 2024 July : इस साल सावन महीना 22 जुलाई 2024 से शुरू होने वाला है. सावन महीने को शिव जी की आराधना करने के लिए विशेष माना गया है. इसके अलावा सोमवार का दिन, प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि भी भगवान शिव को समर्पित है. आज 4 जुलाई 2024 को मासिक शिवरात्रि है. हर महीने के कृष्‍ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. आषाढ़ मास के कृष्‍ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि आज है और आज मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जा रहा है. भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाएगी. मासिक शिवरात्रि की पूजा निशिता काल में करने का महत्‍व है. 

आषाढ़ मासिक शिवरात्रि पूजा मुहूर्त 

वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 4 जुलाई दिन गुरुवार को सुबह 5 बजकर 54 मिनट से शुरू होगी और इस तिथि का समापन 5 जुलाई दिन शुक्रवार को सुबह 4 बजकर 57 मिनट पर होगा. चूंकि मासिक शिवरात्रि की पूजा निशिता काल में की जाती है इसलिए आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि 4 जुलाई को मनाई जाएगी.

यह भी पढ़ें: देव सोएंगे पर जागेगा इन राशि वालों का भाग्‍य, चातुर्मास के 4 महीने में मिलेगा दुनिया का हर सुख

 
4 जुलाई को आषाढ़ की मासिक शिवरात्रि के लिए पूजा करने के लिए निशिता काल का मुहूर्त 4 जुलाई की देर रात 12 बजकर 06 मिनट से मध्य रात्रि को 12 बजकर 46 मिनट के बीच है. यानी कि आज पूजा करने के लिए 40 मिनट का समय मिलेगा. 

हर मनोकामना होगी पूरी 

यदि आज मासिक शिवरात्रि पर निशिता काल में भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करें तो सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी. शिव जी की कृपा से जीवन में अपार धन-समृद्धि मिलेगी, सारे दुख-कष्‍ट दूर होंगे. इसके लिए भगवान शिव को पंचामृत, गंगाजल, चंदन, अक्षत, फूल अर्पित करें. इसके अलावा शिव जी का प्रिय बेलपत्र और धतूरा अर्पित करें. माता पार्वती को श्रृंगार चढ़ाएं. शिव जी के मंत्रों का जाप करें. शिवरात्रि की कथा सुनें या पढ़ें. आखिर में आरती करें. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news