Dev Uthani Ekadashi: आज देव उठनी एकादशी है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है. ऐसे में हम आपको आज भगवान विष्णु के पांच बड़े मंदिर के बारे में बताते हैं जहां श्री हरि की कृपा बरसती रहती है.
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Dev Uthani Ekadashi: आज देव उठनी एकादशी है. आज के दिन देश भर में विष्णु भगवान की पूजा की जाती है. पौराणिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा के बाद जागकर सृष्टि का भार उठाते हैं. इसलिए भगवान विष्णु को सृष्टि का संचालक भी कहा जाता है. आज के दिन देश भर के विष्णु मंदिर में दिन भर पूजा कीर्तन और आरती जारी है. तो ऐसे में हम आपको पांच फेमस विष्णु मंदिर के बारे में बताते हैं.
बद्रीनाथ मंदिर
हिमालय की पहाडियों के बीच उत्तराखंड में यह मंदिर बसा हुआ है. बद्रीनाथ मंदिर विष्णु भगवान के मंदिरों में सबसे फेमस मंदिर है. यहां दुनियाभर के तीर्थयात्री बगवान बद्री के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. मई से लेकर नवंबर तक यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है. मान्यता है कि यहां पूजा करने से भगवान अपने भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं.
जगन्नाथ मंदिर
जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु का अद्भुत मंदिर है. यह मंदिर ओडिशा राज्य के पुरी में स्थित है. भगवान विष्णु के अवतार 'जगन्नाथ' को यह मंदिर समर्पित है. इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ के साथ उनके भाई और बहन की भी पूजा होती है. इस मंदिर में भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा की भी पूजा की जाती है. माना जाता है कि यहां श्री हरि कि कृपा बरसती है और भक्त निहाल होते हैं.
श्री वेंकेटेश्नवर स्वामी मंदिर
यह मंदिर तिरूपति बालाजी के नाम से फेमस है. आंध्र प्रदेश के तिरुमाला की पहाड़ियों के बीच श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर स्थित है. माना जाता है कि प्रभु वेंकटेश्वर कहें या बालाजी दोनों भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं. यह मंदिर शुरुआत में कलियुग वैकुंठ के नाम से फेमस था. यहां आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.
वरदराज पेरुमल मंदिर
द्रविड़ शैली की वास्तुकला को दिखाते हुए वरदराज पेरुमल मंदिर कांचीपुरम शहर में स्थित है. यह मंदिर काफी अद्भुत है. यह मंदिर भी भगवान विष्णु को समर्पित है. यहां भगवान विष्णु को वरदराज के रूप में पूजा जाता है.
पद्मनाभस्वामी मंदिर
पद्मनाभस्वामी मंदिर तिरुवंतपुरम में स्थित है. यह मंदिर भी भगवान विष्णु को समर्पित काफी फेमस मंदिर है. यहां साल हर महीने में पर्यटक पहुंचते हैं. मंदिर में दर्शन करने वाले भक्तों के लिए एक अलग तरह का ड्रेस कोड तैयार किया गया है. ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति मंदिर में दर्शन के लिए जाता है तो उसे ड्रेस कोड को फॉलो करना होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)