आ रहा है खाटू श्‍याम बाबा का जन्‍मदिन, जानें तैयारी के लिए कब से कब तक बंद रहेंगे पट?
Advertisement
trendingNow12502592

आ रहा है खाटू श्‍याम बाबा का जन्‍मदिन, जानें तैयारी के लिए कब से कब तक बंद रहेंगे पट?

Khatu Shyam Mandir : खाटू श्‍याम मंदिर में बाबा के दर्शन करने के लिए देश-दुनिया से भक्‍त आते हैं. नवंबर में खाटू श्‍याम बाबा का जन्‍मदिन होने से यहां भारी भीड़ रहती है. जानिए कब है खाटू श्‍याम बाबा का जन्‍मदिन.

आ रहा है खाटू श्‍याम बाबा का जन्‍मदिन, जानें तैयारी के लिए कब से कब तक बंद रहेंगे पट?

Khatu Shyam Birthday: कलियुग में भगवान कृष्‍ण के अवतार के रूप में पूजे जाने वाले खाटू श्‍याम के भक्‍त देश के कोने-कोने में हैं. यही वजह है कि राजस्‍थान के सीकर जिले में बने खाटू श्‍याम मंदिर में रोजाना श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है लेकिन नवंबर के महीने में बाबा के धाम का अलग ही नजारा होता है. दरअसल, कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी को खाटू श्‍याम बाबा का जन्‍मदिन बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. यह तिथि आमतौर पर नवंबर महीने में ही पड़ती है. इस साल 11 नवंबर 2024 को खाटू श्‍याम बाबा का जन्‍मदिन है.

यह भी पढ़ें: छठ पर्व पर सूर्य सी दमकेगी 5 राशि वालों की शोहरत, शुक्र लुटाएंगे बेशुमार धन, जानें लकी राशियां

खाटू श्‍याम बाबा के दरबार में होती है भारी भीड़

बाबा खाटू श्याम के जन्मदिन के मौके पर उनके दरबार में भक्‍तों की भारी भीड़ उमड़ती है. इसके लिए बाबा के धाम में कई दिन पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं. इस साल भी श्री श्याम मंदिर कमेटी खाटू श्‍याम बाबा के जन्‍मदिन के मौके को लेकर विशेष तैयारियां कर रही है, ताकि भक्‍त आसानी से बाबा के दर्शन कर सकें. साथ ही मंदिर की विशेष सजावट का काम भी चल रहा है.

यह भी पढ़ें: देव दिवाली कब है, दिवाली मनाने के लिए धरती पर कहां आते हैं देवता?

करीब 20 घंटे बंद रहेंगे दर्शन

खाटू श्‍याम बाबा के जन्‍मद‍िन की तैयारियों के चलते कुछ समय के लिए मंदिर बंद रहेगा. यानी कि इस दौरान भक्‍त श्‍याम बाबा के दर्शन नहीं कर सकेंगे. कमेटी ने जानकारी 6 नवंबर की रात 10 बजे  से 7 नवंबर के 5 बजे तक खाटू श्‍याम बाबा के पट बंद रहेंगे. यानी कि भक्‍त 7 नवंबर 2024 की शाम से ही बाबा के दर्शन कर सकेंगे. लिहाजा भक्‍तगण परेशानी से बचने के लिए इस दौरान मंदिर में दर्शन करने की योजना ना बनाएं.

कौन हैं खाटू श्‍याम बाबा?

पौराणिक कथाओं के अनुसार, फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन ही भीम के पोते और घटोत्‍कच के पुत्र बर्बरीक ने महाभारत युद्ध के दौरान भगवान श्रीकृष्‍ण के आदेश पर अपना शीश उनके चरणों में अर्पित कर दिया था. तब भगवान श्रीकृष्‍ण बर्बरीक की यह आस्‍था देखकर प्रसन्‍न हुए और उन्‍हें कलियुग में पूजे जाने का वरदान दिया. तब से ही बर्बरीक को खाटू श्याम कहा जाने लगा.

Trending news