नई दिल्लीः साल 2019 का पहला चन्द्र ग्रहण की शुरुआत हो चुकी है. यह चन्द्र ग्रहण 20 जनवरी की रात से शुरू होकर 21 जनवरी की दोपहर तक रहेगा. अगर आपको यह चन्द्र ग्रहण देखना है तो आपको यह मध्य प्रशांत महासागर, नॉर्थ अमेरिका, सेंट्रल अमेरिका और साउथ अमेरिका में के देशों की यात्रा करनी पड़ेगी. इस बार का चन्द्र ग्रहण वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है. ऐसा माना जा रहा है कि इस बार चन्द्र ग्रहण वाले दिन चन्द्रमा अपने सामान्य आकार से 14 प्रतिशत ज्यादा बड़ा होगा और यह रोज की अपेक्षा 30 प्रतिशत ज्यादा चमक के साथ चमकेगा. वैज्ञानिको ने इस ग्रहण को सुपर ब्लड मून का नाम दिया है.


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क्या है Super Blood Wolf Moon
यह चंद्र ग्रहण बेहद खास माना जा रहा है, जिसे 'सुपर ब्लड वुल्फ मून' भी कहा जा रहा है. इस चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा लाल दिखेगा. चंद्र के इस रंग के कारण ही इसे ब्लडमून चंद्रग्रहण कहा जा रहा है. इस चन्द्र ग्रहण में चन्द्रमा का आकार अपने नार्मल आकार से 14 प्रतिशत ज्यादा होगा इसी कारण वैज्ञानिक इसे सुपर ब्लड वुल्फ मून का नाम दे रहे है. माना जा रहा है कि चन्द्र ग्रहण के दौरान पूरा आकाश लाल रंग का चमक उठेगा और इस पूरी प्रक्रिया को नासा ने मोस्ट डैजलिंग शो यानी सबसे चमकदार शो का नाम दिया है. चन्द्र ग्रहण के दौरान चन्द्रमा में 30 फीसदी ज्यादा चमक होगी.


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यह होगा चन्द्र ग्रहण का समय
आज लगने वाला चन्द्र ग्रहण मध्य प्रशांत महासागर, नॉर्थ अमेरिका, सेंट्रल अमेरिका और साउथ अमेरिका में के देशों में पूर्ण रूप से देखा जा सकता है. चंद्र ग्रहण भारत में  सुबह 10.13 बजे शुरू होगा और 11.15 बजे तक रहेगा. भारत में यह ग्रहण 1 घंटे 2 मिनट की अवधि का होगा, लेकिन भारत के लोग इसे नहीं देख पाएंगे. सूतक का समय 20 जनवरी को रात 9 बजे से शुरू होगा. ब्रिटेन में चंद्र ग्रहण 2.35am बजे से यह डार्क होना शुरू होगा और 4.40am पर पूर्ण  होगा . ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि चन्द्र ग्रहण भारत में जरूर नहीं दिखाई देगा, लेकिन फिर भी हमें सूतक काल का ध्यान रखना होगा. अगर ज्योतिषाचार्यों की माने तो इस सूतक काल में कोई शुभ कार्य न करें. सूतक काल के दौरान सबसे अच्छा कार्य भगवान के मंत्रों का जाप करना है. सूतक समय में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए.