बार-बार घर में किसी व्यक्ति का बीमार पड़ना, बिना बात मतभेद होना नकारात्मकता बढ़ने का इशारा है. ऐसे में आपको समय से ही सतर्क हो जाना चाहिए.
ऐसा माना जाता है कि अगर आपको घर में हमेशा थकान, प्रेरणारहित और भ्रमित जैसा महसूस होता है, तो ये घर में नकारात्मकता बढ़ने का इशारा है. ऐसे में नियमित रूप से घर में घंटी और शंख का प्रयोग करना चाहिए.
ऐसी मान्यता है कि जहां पर नियमित रूप से भगवान का नाम लिया जाता है, दीपक जलता है, मंत्रों का जाप होता है वहां नेगिटिविटी कभी वास नहीं करती. कहते हैं कि जिस घर में प्रभु का वास होता है वहां नकारात्मकता दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती.
घर के किसी भी कोने में अंधेरा नहीं रहना चाहिए. कार्यस्थान और ऑफिस आदि में भी लाइट जला कर रखें. ज्यादा समय तक यहां अंधेरा रहने से नकारात्मकता का वास होता है. इसलिए इस बात का भी ध्यान रखें कि घर या ऑफिस के किसी भी कोने में अंधेरा न रहे.
जिस घर में गंदगी रहती है वहां भी नकारात्मकता का विकास होता है. इसलिए घर को और खुद को साफ रखें. जहां साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है, वहां न तो नकारात्मकता का वास होता है और न ही अलक्ष्मी का.
ज्योतिष शास्त्र में मान्यता है कि रात के समय परफ्यूम, इत्र आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां आपकी तरफ आकर्षित होती हैं. इसलिए रात में तेज सुगंध का इस्तेमाल भूलकर न करें.
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