तुलसी विवाह की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस साल 26 नवंबर को भगवान शालिग्राम (Shaligram) और तुलसी (Tulsi) का विवाह होगा. जानिए, कौन हैं शालिग्राम और क्यों हुआ था उनका तुलसी से विवाह.
आप अपने घर के मंदिर में शालिग्राम भगवान को स्थापित कर उनकी पूजा कर सकते हैं. इनकी पूजा करने से काफी शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
तुलसी जी को माता लक्ष्मी का अवतार माना गया है. इसलिए जिस घर में शालिग्राम की पूजा होती है, वहां मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है.
अगर आप भगवान शालिग्राम और मां तुलसी का विवाह पूरे विधि-विधान के साथ करवाते हैं तो पाप, दुख और रोगों से मुक्ति मिल जाती है.
अगर आप शालिग्राम और तुलसी का विवाह करवाते हैं तो आपको उसका उतना ही फल मिलता है, जितना किसी कन्या का विवाह करवाने के बाद मिलता है.
पूजा में शालिग्राम पर चढ़ाया हुआ जल बेहद चमत्कारी होता है. यदि भक्त उस जल को अपने ऊपर छिड़क लेता है तो उसे सभी तीर्थों पर किए स्नान के बराबर फल प्राप्त होता है.
शालिग्राम पर चढ़ाया जाने वाला प्रसाद ग्रहण करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है. यह विशेष फल तुलसी विवाह वाले दिन मिलता है.
भगवान शालिग्राम और तुलसी का विवाह करने से घर से दुख और तनाव दूर हो जाता है. यह विवाह घर में खुशियां बिखेर देता है.
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