अशोक का पेड़- अगर कोई व्यक्ति रोगों से घिरा हुआ है या फिर लंबे समय से अस्वस्थ चल रहा है, तो उसे अशोक के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. इसकी पूजा से रोक-शोक दूर हो जाते हैं. पारिवारिक जीवन में सुख की वृद्धि होती है. किसी विशेष कामना पूर्ति के लिए भी अशोक के पेड़ की पूजा करनी चाहिए.
केले का पेड़- हिंदू धर्म में केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना गया है. वहीं, कुंडली में गुरु दोष होने पर व्यक्ति को केले के पेड़ की पूजा करने को कहा जाता है. केले के पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति के विवाह के योग जल्दी बनते हैं. इतना ही नहीं, धार्मिक कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है. सुख-समृद्धि के लिए भी केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए.
लाल चंदन का पेड़- लाल चंदन का प्रयोग कई ज्योतिषीय उपायों में किया जाता है. ऐसे में अगर किसी जातक की कुंडली में सूर्य संबंधित ग्रह दोष है तो उसे दूर करने के लिए लाल चंदन के पेड़ की पूजा करने की सलाह दी जाती है. लाल चंदन की पूजा से प्रमोशन के योग भी बनते हैं.
शमी का पेड़- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शमी के पेड़ में भगवान शिव का वास होता है. साथ ही, शमी का पेड़ शनि देव को भी बेहद प्रिय है. ऐसे में अगर आप कोर्ट-कचहरी के किसी केस में सफलता पाना चाहते हैं, या फिर शत्रओं पर विजय पाना चाहते हैं, तो दशहरे के मौके पर इसकी विशेष रूप से पूजा की जाती है.
अनार का पेड़- किसी भी यंत्र का सृजन करने के लिए अनार की कलम की जरूरत पड़ती है. कहते हैं कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. इसके साथ ही, इस यंत्र के कई औषधीय गुण होते हैं.
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