Ram Mandir Ayodhya: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का 22 जनवरी को उद्घाटन किया जाएगा. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. इससे पहले अनुष्ठान के कार्यक्रम जारी हैं. गुरुवार को गर्भ गृह में राम लला की मूर्ति को विराजित कर दिया गया. आज यानी 19 जनवरी को यज्ञ की अग्नि को खास वैदिक तरीके से उत्‍पन्‍न किया गया. इसके बाद शाम को रामघाट पर विश्व का सबसे बड़ा दशरथ दीपक प्रज्जवलित किया गया. इस दीपक को जलाने में 10 हजार लीटर तेल का इस्तेमाल हुआ है. आइए जानते हैं इस दीपक में क्या खास है.


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308 फीट का दीपक, 10, हजार लीटर तेल…


 


देशभर से राम मंदिर के लिए उपहार आ रहे हैं. इसके चलते अयोध्या के संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने भी 1008 टन मिट्टी से बने 308 फीट ऊंचा दीप तैयार करवाया है. उनका दावा है कि ये दीपक दुनिया का सबसे बड़ा दीपक है. इसको जलाने के लिए 10,000 लीटर तेल और सवा क्विंटल रुई बत्ती का इस्तेमाल किया गया है. नवमी तिथि यानी 19 जनवरी को अयोध्या के रामघाट पर इस दीपक को जलाया गया है. इस दीपक को जलाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को भी न्योता दिया गया था. 


 


नवमी तिथि पर हुआ था प्रभु राम का जन्म


 


ये दीपक नवमी तिथि पर इसलिए जलाया गया है क्योंकि इस तिथि पर ही प्रभु राम का जन्म हुआ था. संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने बताया कि दीप के बिना कोई पूजा नहीं होती पूरी नहीं होती है. दीपक को बनाने में सभी तीर्थ स्थानों की मिट्टी और जल का इस्तेमाल हुआ है. उन्होंने कहा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों से 22 जनवरी को राम ज्योति जलाने का निवेदन और दीपोत्सव मनाने का आह्वान किया है. बिना दीया के दिवाली नहीं मनाई जा सकती. इसलिए अयोध्या में रामघाट पर राम ज्योति तैयार की जा रही है”


 


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)