Davemaoite: धरती के नीचे क्या है? वैज्ञानिकों को मिले इस प्राचीन हीरे से खुलेंगे कई राज
दक्षिणी अफ्रीका के बोत्सवाना में एक हीरा मिला है, जो सतह से करीब 660 किलोमीटर नीचे मेंटल में बना है. इस हीरे के अंदर खनिज का एक छोटा सा टुकड़ा फंसा है. इसे Davemaoite नाम दिया गया है.
वॉशिंगटन: पृथ्वी की सतह के नीचे से निकाले गए हीरे के भीतर से वैज्ञानिकों ने ऐसे खनिज का पहला नमूना खोजा है, जो पहले कभी नहीं देखा गया. हीरे के अंदर फंसे खनिज के टुकड़े के जरिए वैज्ञानिक ये पता लगाएंगे कि धरती के नीचे क्या है और पृथ्वी का लोअर मेंटल (Lower Mantle) कैसा दिखता है.
बोत्सवाना में मिला हीरा
दक्षिणी अफ्रीका के बोत्सवाना में एक हीरा मिला है जो सतह से करीब 660 किलोमीटर नीचे मेंटल में बना है. इस हीरे के अंदर खनिज का एक छोटा सा टुकड़ा फंसा है. इसे Davemaoite नाम दिया गया है.
डेवमाओइट की खोज एक 'आश्चर्य'
वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये पृथ्वी पर पाए जाने वाले हाई-प्रेशर कैल्शियम सिलिकेट पेरोव्स्काइट (CaSiO3) का पहला उदाहरण है. लास वेगास के नेवादा विश्वविद्यालय के एक खनिज विज्ञानी ओलिवर त्सचुनर ने लाइव साइंस को बताया कि डेवमाओइट की खोज एक 'आश्चर्य' है.
वैज्ञानिकों ने कहा कि CaSiO3 का एक अन्य रूप वोलास्टोनाइट दुनिया भर में पाया जाता है, लेकिन डेवमाओइट में एक क्रिस्टलीय संरचना होती है जो सिर्फ पृथ्वी के उच्च दबाव और उच्च तापमान वाले हिस्से मेंटल में बनती है.
नहीं जानते होंगे सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण लगने का ये कारण, विज्ञान से अलग है वजह!
लंबे समय से पृथ्वी के मेंटल में
अंतरराष्ट्रीय खनिज संघ ने नए खनिज के रूप में डेवमाओइट की पुष्टि की है. प्रमुख भूभौतिकीविद् हो-क्वांग (डेव) माओ के नाम पर इसे डेवमाओइट नाम दिया गया है. माना जा रहा है कि डेवमाओइट लंबे समय से पृथ्वी के मेंटल में प्रचुर मात्रा में और भू-रासायनिक रूप से महत्वपूर्ण खनिज रहा है, लेकिन वैज्ञानिकों को कभी इसके अस्तित्व से जुड़ा कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं मिला. इसकी वजह ये है कि ये सतह की ओर बढ़ने पर और दबाव कम होने पर अन्य खनिजों में टूट जाता है.