नई दिल्ली: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर ब्रह्मांड (Universe) में अब तक देखी गई पांचवीं सबसे चमकीली गैलेक्सी (Galaxy) की तस्वीरें साझा की है. नासा के अनुसार यह गैलेक्सी अपने बीच में जमा धूल की कतार के लिए भी जानी जाती है. इसके अलावा इसके केंद्र से एक ब्लैक होल से जेट भी निकल रही है. देखिए नासा की तरफ से शेयर की गई पांचवीं सबसे चमकीली गैलेक्सी की तस्वीरें.
सेंटॉरस ए (Centaurus A) या सेन ए (Cen A) या NGC 5128 नाम से लोकप्रिय यह गैलेक्सी (Galaxy) पृथ्वी से 1.2 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर स्थित है. इससे आने वाले प्रकाश की हर वेवलेंथ कुछ खास संकेत दे रही है. ये गैलेक्सी पूरी तरह से सक्रिय है. यह पृथ्वी की सबसे करीबी रेडियो गैलेक्सी मानी जाती है. यह पृथ्वी पर दक्षिणी गोलार्द्ध से ज्यादा अच्छे से दिखाई देती है.
सेंटॉरस ए (Centaurus A) गैलेक्सी की तस्वीर में एक काली धूल भरी गली के साथ ही युवा नीले तारे भी दिखाई दे रहे हैं. जो आपस में एक दूसरे को बीच में काट रहे हैं. ये तस्वीर गैलेक्सी के चौथाई हिस्से की है जो पेशेवर और शौकिया खगोलविदों के संयुक्त प्रयासों का नतीजा है.
नासा (NASA) की रिपोर्ट के अनुसार उसके हंट्सविले में उसका मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर नासा के वॉशिंगटन स्थित साइंस मिशन डायरेक्ट का चंद्रा कार्यक्रम (Chandra Programme) को मैनेज करता है. वहीं कैम्ब्रिज में स्मिथसन एस्ट्रोफिजिकल ऑबजर्वेटरी चंद्रा के साइंस और फ्लाइट ऑपरेशन्स को नियंत्रित करती है.
नासा (NASA) की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर लोगों को बहुत ज्यादा पसंद आ रही हैं. तस्वीरों को अब तक दस लाख से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं और लोगों में खुल कर कमेंट में अपनी पसंद का इजहार किया है. सैंटॉरस ए (Centaurus A) गैलेक्सी के बारे में कहा जाता है कि यह दो सामान्य गैलेक्सी (Galaxy) के टकराव का शानदार नतीजा है जिससे उसे यह अद्भुत आकार मिला है.
गौरतलब है कि सेंटॉरस ए (Centaurus A) गैलेक्सी के केंद्र का ब्लैकहोल (Supermassive Black Hole) का भार हमारे सूर्य के वजन से अरबों गुना बड़ा है. यह एक सक्रिय गैलेक्सी (Galaxy) है जिसके कारण इसमें से रेडियो, एक्स रे और गामा विकिरण ऊर्जा का उत्सर्जन लगातार हो रहा है. आपको बता दें कि यह ब्लैकहोल एक्स रे और रेडियों तरंगों की जेट का उत्सर्जन भी कर रहा है. ये एक्स रे आसपास की गैसों से टकरा कर उनमें उच्च आयनीकृत कण बना रही है जो बहुत ही ज्यादा ऊर्जावान कण हैं.
वैज्ञानिकों के मुताबिक सेंटॉरस ए (Centaurus A) गैलेक्सी के कई पहलू अभी स्पष्ट नहीं किए जा सके हैं. सालों से इसमें खगोलविदों ने विशेष रुचि जरूर दिखाई है. लेकिन अभी तक सर्पिल गैलेक्सी और अंडाकार गैलेक्सी के विलय के प्रभाव पूरी तरह से पता नहीं सके हैं. बहरहाल, नासा की तरफ से साझा की गई ये तस्वीर खूब वायरल हो रही है. (फोटो साभार: नासा)
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