लाला अमरनाथ को भारत के पहले टेस्ट शतकवीर के लिए जाना जाता है, लेकिन उनका योगदान उससे कहीं ज्यादा था.
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नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान लाला अमरनाथ का देश के क्रिकेट में अहम योगदान है. मंगलवार 11 सितंबर को उनकी 107वीं जयंती हैं. लाला अमरनाथ को सबसे ज्यादा इस बात के लिए जाना जाता है कि वे भारतीय क्रिकेट टीम के शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज थे. लेकिन पंजाब के कपूरथला में जन्में लाला अमरनाथ बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ही माहिर थे. छोटे से करियर में उनके नाम कई बेमिसाल रिकॉर्ड हैं.
17 दिसंबर 1933 को लाला अमरनाथ ने भारत के लिए पहला टेस्ट शतक बनाया था. ये शतक उन्होंने अपने पहले ही टेस्ट मैच में जड़ दिया था. इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मुंबई में लाला अमरनाथ ने मैच की दूसरी पारी में ये शतक जड़ा था. उन्होंने यह शतक बॉम्बे के जेंटील ओल्ड जिमखाना ग्राउंड पर शतक लगाया था जिसमें उन्होंने 185 मिनटों में 21 चौको की मदद से 118 रन बनाए थे. उस समय तक भारत की ओर से किसी भी क्रिकेटर ने टेस्ट मैच में शतक नहीं लगाया था. इस मैच को इंग्लैंड ने 9 विकेट से जीता था, लेकिन इसके बाद से ही टीम इंडिया ने बता दिया था कि उसके क्रिकेटरों में बहुत जान है. भारत यह मैच हार गया था, लेकिन लोगों ने उन्हें बधाई दी, उन्हें तोहफे में महिला ने अपनी ज्वेलरी दी थी.
अमरनाथ दुनिया के एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन को हिटविकेट आउट किया था. अमरनाथ ने 1947 में हुए एक टेस्ट मैच के दौरान ब्रैडमैन को हिटविकेट आउट किया था. अपने करियर में 70 बार आउट होने वाले ब्रैडमैन बस एक बार ही हिटविकेट आउट हुए थे. उस मैच में ब्रैडमैन ने 336 गेंदों में 185 रनों की पारी खेली थी.
आजाद भारत के पहले कप्तान थे अमरनाथ
लाला अमरनाथ 1947-48 में स्वतंत्र भारत के पहले कप्तान बने थे. लाला अमरनाथ की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने पहली बार विदेशों में जीत हासिल की. 1954 में उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज में हराया. पाकिस्तान के खिलाफ 1954 में खेली गई पांच मैचों की सीरीज भारत ने 2-1 से जीती थी. इस सीरीज में भारत ने पहला और तीसरा टेस्ट जीता था, जबकि पाकिस्तान ने दूसरा मैच जीता और आखिरी के दो टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुए थे. इस सीरीज से पहले भारत ने आठ घरेलू सीरीज खेली थी, जिसमें से सात में उसे हार का सामना करना पड़ा था.
अमरनाथ ने 24 टेस्ट मैचों में एक शतक और चार अर्धशतक के साथ 24.38 की औसत से 878 रन बनाए. वहीं 32.91 की औसत से 45 विकेट भी चटकाए, उन्होंने 186 फर्स्ट क्लास मैचों में 10,000 से अधिक रन बनाने के अलावा 22.98 की बेहतरीन औसत के साथ 463 विकेट भी अपने नाम किए,
5 अगस्त 2000 को दिल्ली में लाला अमरनाथ का निधन हो गया. उनके बाद बेटों और पोते ने क्रिकेट की विरासत को आगे बढ़ाया. उनके लड़के मोहिंदर अमरनाथ 1983 वर्ल्डकप की विजेता टीम इंडिया का हिस्सा रहे हैं. मोहिंदर भी अपने पिता की तरह हरफनमौला खिलाड़ी रह चुके हैं.