AUS vs SA: आंखों में आंसू और हताश उम्मीदें, डिकॉक के इस एक ब्लंडर से SA को मिली हार; कभी नहीं भुला पाएंगे खिलाड़ी
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AUS vs SA: आंखों में आंसू और हताश उम्मीदें, डिकॉक के इस एक ब्लंडर से SA को मिली हार; कभी नहीं भुला पाएंगे खिलाड़ी

World Cup 2023, Semi Finals: वर्ल्ड कप 2023 का दूसरा सेमीफाइनल बेहद ही रोमांचक रहा. पूरे टूर्नामेंट में डोमिनेंट करने वाली साउथ अफ्रीकी टीम इतना बुरा प्रदर्शन करेगी, इसकी किसी को को उम्मीद नहीं थी. 3 विकेट से हार के साथ ही अफ्रीका का एक बार फिर ट्रॉफी जीतने का सपना टूट गया. इस मैच में क्विंटन डिकॉक ने ऐसा ब्लंडर कर दिया कि टीम के खिलाड़ी कभी नहीं भूल पाएंगे.

AUS vs SA: आंखों में आंसू और हताश उम्मीदें, डिकॉक के इस एक ब्लंडर से SA को मिली हार; कभी नहीं भुला पाएंगे खिलाड़ी

AUS vs SA Match Turning Point: आंखों में आंसू और हताश उम्मीदों के साथ साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों का एक बार फिर वर्ल्ड कप जीतने का सपना अधूरा रह गया. पूरे टूर्नामेंट में डोमिनेंट करने वाली साउथ अफ्रीकी टीम इतना बुरा प्रदर्शन करेगी इसकी किसी को को उम्मीद नहीं थी. साउथ अफ्रीका को 212 रन पर ढेर करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 47.2 ओवर में 7 विकेट खोकर 215 रन बना लिए और वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में जगह बना ली. इस मैच में टूर्नामेंट में साउथ अफ्रीका के सबसे बेस्ट खिलाड़ी रहे क्विंटन डिकॉक से एक ब्लंडर हो गया. अगर ये नहीं होता तो शायद मैच के का नतीजा कुछ और हो सकता था.

डिकॉक ने कर दिया ब्लंडर

दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी के दौरान पारी का 45वें ओवर एडेन मार्कराम फेंक रहे थे. ऑस्ट्रेलिया को जीत से सिर्फ 9 रन की दरकार थी. मार्कराम ने ओवर की दूसरी गेंद पर पैट कमिंस को गेंद फेंकी. बल्ले का किनारा लेते हुए गेंद विकेटकीपिंग कर रहे क्विंटन डिकॉक के पास गई, लेकिन वह इस लपक पाने में कामयाब नहीं रहे. यह नजारा देख डिकॉक खुद वहीं हताश बैठ गए. टीम के बाकी खिलाड़ी भी रुंआसे से हो गए. टीम को पता चल गया था कि यह कैच डिकॉक लपक लेते तो मैच का टर्निंग पॉइंट बन सकता था. इस दौरान गेंदबाजी कर रहे मार्कराम भी निराश होकर एक घुटने पर बैठे नजर आए.

मौके नहीं भुना पाया साउथ अफ्रीका

212 रनों पर ऑलआउट होने के बाद भी साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों ने टीम को मैच में बनाई रखने की पूरी कोशिश की. ऑस्ट्रेलिया के 137 रन पर 5 बल्लेबाजी पवेलियन लौट चुके थे. अफ्रीका को कई मौके मिले लेकिन फील्डिंग करते हुए टीम कमजोर नजर आई. हालांकि, कई कैच के मौके बने लेकिन मुश्किल थे. एक पहलू यह भी है कि आपको सेमीफाइनल जैसे बड़े मंच पर हाफ चांस को भी भुनाना पड़ता है तब आप जीत दर्ज कर पाने में कामयाब रहते हैं. इस हार के साथ ही एक बार फिर साउथ अफ्रीका 'चोकर्स' का टैग अपने ऊपर से हटाने में सफल नहीं हो सकी.

मिलर ने सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया 

टॉस जीतकर साउथ अफ्रीका की शुरुआत बेहद की खराब रही. टीम के 24 पर ही टॉप-4 बल्लेबाज पवेलियन में बैठे थे. इसके बाद हेनरिक क्लासेन (47) और डेविड मिलर (101) की जोड़ी ने पारी को संभालते हुए स्कोर को 200 के पार पहुंचाया. डेविड मिलर की शतकीय पारी ने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. मिलर ने 116 गेंदों पर 8 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 101 रन की बेहतरीन पारी खेली. इनके दम पर टीम 49.4 ओवर में 212 रनों तक पहुंच पाई.

ऑस्ट्रेलिया की पारी लड़खड़ाई लेकिन दर्ज की जीत 

213 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया टीम को ट्रेविस हेड और डेविड वॉर्नर ने धमाकेदार शुरुआत दी. दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 60 रन की पार्टनरशिप हुई. वॉर्नर 29 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद मानो टीम की पारी लड़खड़ा सी गई. एक के बाद एक लेकर साउथ अफ्रीका ने मैच में वापसी कर जीत की उम्मीदें कायम रखीं. एक समय लग रहा था कि अफ्रीका इस मैच को निकाल लेगा, जब ऑस्ट्रेलिया ने 137 रन पर अपने 5 विकेट गंवा दिए थे. लेकिन स्टीव स्मिथ के 30 रन और जोश इंग्लिश के 28 रन ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के नजदीक पहुंचाया. इसके बाद पैट कमिंस(14 रन) और मिचेल स्टार्क(16 रन) ने नाबाद रहते हुए 3 विकेट से जीत दिला दी.

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