IND vs AUS 3rd ODI: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई वनडे सीरीज में टीम इंडिया का एक खिलाड़ी पूरी तरह फ्लॉप रहा. इस खिलाड़ी को आने वाले समय में वनडे फॉर्मेट में मौका मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है.
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India vs Australia 3rd ODI Match: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई तीन मैचों की वनडे सीरीज में टीम इंडिया का एक खिलाड़ी पूरी तरह फ्लॉप रहा. टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इस खिलाड़ी को सीरीज के हर मैच में खेलने का मौका दिया था, लेकिन ये खिलाड़ी एक भी मौके का फायदा नहीं उठा सका. इस खिलाड़ी को अब आने वाले समय में वनडे फॉर्मेट में मौका मिलना भी मुश्किल दिखाई दे रहा है. इस सीरीज में भी एक चोटिल खिलाड़ी की जगह इस प्लेयर को शामिल किया गया था.
AUS सीरीज में पूरी तरह फ्लॉप रहा ये खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई इस वनडे सीरीज में विस्फोटक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को लगातार खेलने का मौका मिला. लेकिन वह इन मौकों को लगातार बर्बाद करते दिखाई दिए. सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) इस सीरीज के एक भी मैच में अपना खाता नहीं खोल सके. इतना ही नहीं वह हर मैच में पहली ही गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे. सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को सीरीज के शुरुआती दो मैचों में चौथे नंबर पर खेलने का मौका मिला था. वहीं आखिरी मुकाबले में वह 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे, लेकिन वह इस सीरीज में 1 भी रन नहीं बना सके.
वनडे फॉर्मेट में काफी खराब आंकड़े
सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) वनडे फॉर्मेट में अभी तक अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए अभी तक 23 वनडे मैच खेले हैं. इन मैचों में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने 24.05 की औसत से सिर्फ 433 रन ही बनाए हैं. सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) अपने वनडे करियर में सिर्फ 2 बार ही 50 रन का आंकड़ा पार कर सके हैं. ऐसे में वनडे सीरीज का तीसरा मैच उनके लिए काफी अहम था. लेकिन वह एक बार फिर नाकाम रहे.
कप्तान रोहित ने किया था बचाव
दूसरे वनडे में कप्तान रोहित शर्मा ने सूर्यकुमार यादव पर कहा था, 'हमें श्रेयस अय्यर की वापसी के बारे में पता नहीं है. उसकी जगह खाली है तो हम सूर्या को ही उतारेंगे. उसने सीमित ओवरों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और मैं कई बार कह चुका हूं कि जिसमें क्षमता है, उसे मौके मिलेंगे. पिछले दो मैचों में वह जल्दी आउट हो गया लेकिन उसे सात आठ या दस मैच लगातार देने होंगे ताकि वह अधिक सहज हो सके. अभी उसे किसी के चोटिल होने या उपलब्ध नहीं होने पर मौका मिल रहा है. टीम प्रबंधन का काम खिलाड़ियों को मौके देना है और जब लगे कि वह सहज नहीं है या रन नहीं बन रहे, तब इसके बारे में सोचेंगे. अभी हम उस रास्ते पर नहीं हैं.'
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