Good Bye 2022: फिर टूट गया करोड़ों फैंस का सपना, 2022 में भी नहीं मिल पाई ICC ट्रॉफी; चोट ने भी किया परेशान
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Good Bye 2022: फिर टूट गया करोड़ों फैंस का सपना, 2022 में भी नहीं मिल पाई ICC ट्रॉफी; चोट ने भी किया परेशान

Cricket Year Ender 2022: 

indian cricket team (twitter)

Indian Cricket in 2022: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साल 2022 भी एक अदद आईसीसी ट्रॉफी के इंतजार में बीत गया. टीम इंडिया के पास टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनने का एक सुनहरा मौका था, लेकिन करोड़ों फैंस का दिल उस समय टूट गया जब सेमीफाइनल में उसे इंग्लैंड ने हरा दिया. इतना ही नहीं, एशिया कप में खिताब जीतने का सपना भी अधूरा रह गया. कुछ साल पहले ऐसा महसूस किया जा रहा था कि भारत वर्ल्ड क्रिकेट में बड़ी टीम बनने की ओर अग्रसर है, ठीक उसी तरह जैसे 1970 के दशक में वेस्टइंडीज और फिर ऑस्ट्रेलिया लेकिन 2022 में तो उसे बांग्लादेश जैसी निचली रैंकिंग वाली टीम से वनडे सीरीज में भी हार झेलनी पड़ी.

अनजान और अनसुने खिलाड़ी बने स्टार

भारतीय क्रिकेटर पिछले कुछ समय में मैच जिताने वाले प्रदर्शन के साथ अपने ग्राफ को ऊपर की ओर बढ़ा रहे थे. भारत के अलग-अलग कोनों से क्रिकेटरों की 'सुप्रीम' क्वालिटी पर चर्चा की जा रही थी. अनजान और अनसुने खिलाड़ी सुपरस्टार बनते दिख रहे थे और भारत ने जल्द ही अपने दूसरे दर्जे के खिलाड़ियों के साथ भी अधिकांश पक्षों को चुनौती देने में सक्षम होने का दावा किया. आईपीएल और बीसीसीआई द्वारा की गई पहल क्रिकेटरों के इस प्रदर्शन के कारण थे, हर एक की अलग कहानी थी जिनके समर्पण और कड़ी मेहनत ने सभी को हैरान कर दिया.

2013 से है इंतजार

साल 2011 में भारत की क्रिकेट विश्व कप जीत ही वह मंच था जिससे किसी को लगता था कि आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट ऊंची उड़ान भरेगा. इसके दो साल बाद यानी 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती. दुर्भाग्य से, तब से लेकर अब तक खेल के किसी भी फॉर्मेट में आईसीसी ट्रॉफी भारत से दूर ही है.

अब खुद में झांकने का वक्त

कप्तान के रूप में विराट कोहली और कोच के रूप में रवि शास्त्री के नेतृत्व में टीम और व्यक्तिगत प्रदर्शन के जरिए फैंस को जश्न मनाने के कई मौके मिले. भारत हमेशा एक ऐसी टीम के रूप में दिखता था जो अंत में ट्रॉफी अपने घर ले आएगा, लेकिन दुर्भाग्य से असफलता ही हाथ लगी. भारतीय टीम की क्षमता कभी संदेह में नहीं रही लेकिन अहम मौकों पर डगमगा जाना उसके पीछे पड़ा रहा. हालांकि, अब समय आ गया है कि हम आत्मनिरीक्षण करें और खुद में झांके कि भारतीय क्रिकेट विश्व मंच पर क्यों लड़खड़ा जाता है.

2023 में भी मौके

भारतीय क्रिकेट के लिए आने वाले साल यानी 2023 में भी मौके हैं. अगले साल वर्ल्ड टेस्ट सीरीज, वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप और एशिया कप होना है. ऐसे में भारत के पास कम से कम तीन ट्रॉफी जीतने का शानदार मौका है. फिलहाल टीम इंडिया बदलाव के दौर से गुजर रही है. हालांकि क्रिकेट काफी हो रहा है. ऐसे में नए और युवा खिलाड़ियों को भी काफी मौके मिलते हैं. बीसीसीआई ने टी20 वर्ल्ड कप में हार के बाद काफी बदलाव भी किए. क्रिकेट सलाहकार समिति में अशोक मल्होत्रा, जतिन परांजपे और सुलक्षणा नायक हैं जिन पर काफी जिम्मेदारी रहेगी.

ज्यादा क्रिकेट से नुकसान

टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार के बाद टीम इंडिया की हालत खस्ताहाल नजर आ रही है. न्यूजीलैंड के खिलाफ और अब वनडे में अपेक्षाकृत कमजोर बांग्लादेश के खिलाफ हार चिंता का कारण है. ऐसा प्रतीत होता है कि भारतीय टीम यह संकेत दे रही है कि उनसे ज्यादा काम लिया जा रहा है और जबरदस्ती खेलने के लिए मजबूर किया जा रहा है. ऐसे में खिलाड़ी चोटिल भी हो रहे हैं. खुद नियमित कप्तान रोहित शर्मा चोट के कारण बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज बीच में छोड़कर गए. दीपक चाहर और युवा पेसर कुलदीप सेन भी चोटिल हो गए.

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