एमएस धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले दो मैचों में दो फिफ्टी लगाई. एक मैच में वे जीत नहीं दिला सके जबकि दूसरे मैच में उन्होंने शानदार फिनिशिंग की.
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नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज रोमांचक हो गई है. सिडनी में पहले वनडे में 34 रनों का हार के बाद टीम इंडिया ने एडिलेड में शानदार वापसी करते हुए मेजबान टीम पर 6 विकेट से जीत दर्ज की और सीरीज में 1-1 से बराबरी कर अंतिम मैच को फाइनल मुकाबले में बदल दिया. इस सीरीज में सबसे ज्यादा चर्चा एमएस धोनी की दो पारियों की हो रही है जिसमें दोनों में ही उन्होंने हाफ सेंचुरी लगाई जिससे एक में वे टीम को जीत दिलाने से चूक गए वहीं दूसरे में उन्होंने अपने जाने माने अंदाज में ही मैच फिनिश करते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाई.
सिडनी में जहां धोनी की पारी की खूब आलोचना भी हुई वहीं टीम इंडिया अपने कप्तान विराट कोहली सहित धोनी के साथ दिखी. कई लोगों का मानना था कि धोनी अगर अपनी पारी में सिंगल्स देने पर भी जोर देते तो रोहित लय में आने का बाद आसानी से यह मैच भारत के नाम कर सकते थे. वहीं उनके आउट होने के बाद बाकी बल्लेबाज भी उतने दबाव में नहीं आते और अपने विकेट जल्दी नहीं गंवाते. इससे रोहित को भी पारी अंत तक ले जाने में मदद मिलती. इन आलोचनाओं के बाद भी विराट और रोहित दोनों ने ही धोनी की तारीफ कर उनका बचाव किया था. हालाकि कुछ विशेषज्ञों का मानना था कि हालातों को देखते हुए धोनी की सिडनी पारी काफी अच्छी मानी जानी चाहिए.
धोनी की एडिलेड पारी की तारीफ की विराट ने
विराट कोहली ने एडिलेड मिली जीत में अहम योगदान देने पर धोनी की पारी को 'क्लासिक' बताया. कोहली ने कहा कि धोनी निश्चित ही आने वाले दिनों में टीम का हिस्सा रहेंगे. कोहली ने भी इस मैच में 104 रनों की पारी खेली. उन्होंने कहा, "इस बात में कोई दो राय नहीं है कि वह आने वाले समय में टीम का हिस्सा होंगे. आज धोनी ने क्लासिक पारी खेली. उन्होंने मैच में अच्छी कैलक्यूलेशन की. वे मैच को आखिरी तक ले गए. वे जानते थे कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है उन्होंने आखिरी में बड़े शॉट खेलने के लिए बचाए रखे."
धोनी की सिडनी पारी की हुई थी जमकर आलोचना.
धोनी ने सिडनी में हुए ऑस्ट्रेलिया के साथ पहले गए वनडे मैच में 96 गेंदों पर 51 रन बनाए. इसकी जबर्दस्त आलोचना भी हुई थी. धोनी उस समय मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे जब भारतीय टीम चार रन के स्कोर पर अपने तीन विकेट गंवा चुकी थी. धोनी ने इसके बाद रोहित के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 137 रन जोड़े. धोनी के 33वें ओवर में आउट होने के बाद रोहित पर दबाव बढ़ गया था. इसके बाद जब टीम इंडिया के 7 विकेट गिर गए तब रोहित अकेले पड़ गए और 46वें ओवर में वे भी आउट होगए. अंततः टीम इंडिया को इस मैच में 34 रन से हार का सामना करना पड़ा.
सिडनी वनडे में हार के बाद विराट ने यह का धोनी के बारे
कोहली ने शतक लगाने वाले रोहित शर्मा की तारीफ करते हुए उनके साथ शतकीय साझेदारी करने वाले महेंद्र सिंह धोनी के योगदान को भी सराहा. रोहित ने 133 रनों की पारी खेली तो वहीं धोनी ने 51 रन बनाए. कोहली ने कहा, "रोहित ने बेहतरीन पारी खेली और धोनी ने उनका अच्छा साथ दिया, लेकिन मुझे लगता है कि जिस तरह का मैच का टेम्पो था उसमें हम और अच्छा कर सकते थे. दोनों ने मैच को गहराई में पहुंचा दिया था, लेकिन धोनी उसी जगह आउट हो गए. इससे रोहित पर दवाब आ गया. एक और अच्छी साझेदारी होती तो मैच हमारे नाम होता, लेकिन शुरुआत में तीन विकेट गिरना सबसे बड़ी समस्या रही और ऑस्ट्रेलिया ने हमें वहां से वापसी नहीं करने दी."
रोहित ने भी सिडनी में की थी धोनी की तारीफ
रोहित ने कहा, "जब वह (धोनी) बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे थे तो उस समय पहले ही तीन विकेट खो चुके थे. उनके गेंदबाज अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे इसलिए हमें उन गेंदों का सम्मान करना था. हमने थोड़ा समय लिया, यहां तक कि मैंने भी. उस समय अगर हम एक और विकेट खो देते तो मैच वहीं पर समाप्त हो जाता, इसलिए हमारी कोशिश थी कि खेल को आगे लेकर जाएं इसलिए हमने गेंदें खाली निकालीं." उन्होंने कहा, "हमारे लिए यह अच्छा संकेत हैं कि धोनी ने यह दिखाया है टीम को जब भी उनकी जरुरत पड़ेगी तो वह ऊपर भी आ सकते हैं और बल्लेबाजी कर सकते हैं."
(इनपुट आईएएनएस)