क्रिकेट इतिहास का सबसे मारक गेंदबाज, झटके 1001 विकेट, बल्लेबाजों के पिच पर ही कांप जाते थे पांव
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क्रिकेट इतिहास का सबसे मारक गेंदबाज, झटके 1001 विकेट, बल्लेबाजों के पिच पर ही कांप जाते थे पांव

क्रिकेट इतिहास में एक गेंदबाज ऐसा भी रहा है जिसके सामने पिच पर ही बल्लेबाजों के पांव कांप जाते थे. इस गेंदबाज की गिनती दुनिया के मारक गेंदबाजों में होती थी. इंटरनेशनल क्रिकेट में इस गेंदबाज ने कुल मिलाकर 1001 विकेट झटके हैं.   

क्रिकेट इतिहास का सबसे मारक गेंदबाज, झटके 1001 विकेट, बल्लेबाजों के पिच पर ही कांप जाते थे पांव

दुनिया के महान स्पिनर रहे ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न की गेंदबाजी के सभी दीवाने थे. शेन वॉर्न की गेंदों को खेलना किसी के लिए भी आसान नहीं था. शेन वॉर्न की एक गेंद को बॉल ऑफ द सेंचुरी भी कहा जाता है. शेन वॉर्न ने अपने पूरे करियर में कई शानदार गेंदें फेंकी, लेकिन उनकी एक गेंद ऐसी थी, जिसे आज तक और कोई भी दूसरा बॉलर नहीं फेंक सका है. शेन वॉर्न ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल मिलाकर 1001 विकेट झटके थे.  

1993 में रचा इतिहास 

शेन वॉर्न ने अपने करियर में कई दिग्गज बल्लेबाजों के विकेट चटकाए थे. 1993 में एशेज सीरीज में शेन वॉर्न ने इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज माइक गैटिंग को एक ऐसी गेंद फेंकी, जिसे देखकर पूरी दुनिया हैरान हर गई, जिसे आज कोई भी दूसरा बॉलर फेंक नहीं सका है. ये गेंद बहुत ही ज्यादा टर्न और माइक का विकेट ले उड़ी, जिसे बॉल आफ द सेंचुरी कहा गया है. 

90 डिग्री टर्न कराते हुए बोल्ड कर दिया

वॉर्न ने 3 जून, 1993 को अपने पहले एशेज टेस्ट की अपनी पहली ही गेंद पर ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में गैटिंग को लगभग 90 डिग्री टर्न कराते हुए बोल्ड कर दिया था. लेग स्टंप से भी बाहर वाइड में ठप्पा खाने के बाद गैटिंग को हैरान करती हुई ये गेंद टर्न लेकर उनका ऑफ स्टंप उड़ा ले गई थी. इस गेंद ने दुनिया में तहलका मचा दिया था. वॉर्न के करियर की इस पहली एशेज बॉल को आज भी बॉल ऑफ द सेंचुरी यानी "सदी की गेंद" कहा जाता है. इसी सीरीज में वॉर्न ने टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक बनाने का कारनामा भी किया था.

700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज 

शेन वॉर्न ने अपने करियर के दौरान 145 टेस्ट मैच में 708 विकेट चटकाए थे, जबकि 194 वनडे मैचों में 293 विकेट उनके खाते में दर्ज किए गए थे. टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने के लिहाज से श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) के बाद दूसरे नंबर के गेंदबाज वॉर्न ने उनसे पहले 700 विकेट पूरे किए थे. वे गेंदबाजी के इस ऊंचे शिखर को छूने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे.

बिना शतक के सबसे ज्यादा रन वाले क्रिकेटर

वॉर्न ने टेस्ट क्रिकेट में 3154 रन भी बनाए, जो बिना शतक के किसी भी बल्लेबाज के सबसे ज्यादा रन का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. वॉर्न ने टेस्ट क्रिकेट में 12 फिफ्टी बनाई, लेकिन उनका उच्चतम स्कोर 99 रन पर ही रह गया, जो उन्होंने 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पर्थ टेस्ट में बनाया था. इसके अलावा भी वॉर्न एक बार और शतक के करीब पहुंचकर चूक गए थे. वनडे में भी उन्होंने 1018 रन बनाए. वे दुनिया के उन चुनिंदा क्रिकेटर्स में शामिल हैं, जिनके नाम पर टेस्ट और वनडे, दोनों में बल्ले से 1000+ रन और गेंद से 200+ विकेट दर्ज हैं.

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