Pakistan Records: भारत और पाकिस्तान में क्रिकेट का जुनून देखने लायक है. बच्चे-बच्चे में क्रिकेट का भूत सवार रहता है. अक्सर क्रिकेट जगत में भी ब्रोमांस देखने को मिलता है. कई सगे भाई क्रिकेट के खेल में एक-साथ नजर आए. लेकिन पाकिस्तान का एक अनूठा परिवार इस खेल में बेहद फेमस रहा, जिससे 5 भाई क्रिकेट के उच्च स्तर पर खेलते नजर आए.
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Pakistan Cricket Family: भारत और पाकिस्तान में क्रिकेट का जुनून देखने लायक है. बच्चे-बच्चे में क्रिकेट का भूत सवार रहता है. अक्सर क्रिकेट जगत में भी ब्रोमांस देखने को मिलता है. कई सगे भाई क्रिकेट के खेल में एक-साथ नजर आए. स्टीव और मार्क वॉ, इरफान पठान और यूसुफ पठान, हार्दिक और क्रुणाल पंड्या, कामरान और उमर अकमल तथा ब्रेंडन और नाथन मैक्कुलम जैसी जोड़ियां इसका उदाहरण हैं. लेकिन पाकिस्तान का एक अनूठा परिवार इस खेल में बेहद फेमस रहा, जिससे 5 भाई क्रिकेट के उच्च स्तर पर खेलते नजर आए.
गुजरात में हुआ जन्म
यह परिवार मूल रूप से भारत के गुजरात के जूनागढ़ का रहने वाला था. देश के विभाजन के बाद यह परिवार पाकिस्तान चला गया. इन चारों भाइयों का जन्म भारत में ही हुआ, लेकिन चारो ने अपने खेल कौशल से पाकिस्तानी क्रिकेट को नई ऊंचाइयां दी. इस परिवार के चार भाई वजीर, हनीफ, मुश्ताक और सादिक ने पाकिस्तान के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला.
हनीफ मोहम्मद: 'लिटिल मास्टर'
हनीफ मोहम्मद को 'लिटिल मास्टर' के नाम से जाना जाता था. अपनी छोटी कद-काठी के बावजूद, उन्होंने बल्लेबाजी में कमाल का प्रदर्शन किया. हनीफ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 337 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी, जो आज भी टेस्ट क्रिकेट की सबसे यादगार पारियों में से एक है. इस परिवार के एक भाई रईस मोहम्मद भी शानदार खिलाड़ी थे. लेकिन उनका टैलेंट घरेलू क्रिकेट तक सीमित रहा. उन्होंने प्रथम श्रेणी के 30 मैच भी खेले लेकिन दुर्भाग्य से इंटरनेशनल स्तर पर पाकिस्तान के लिए नहीं खेल सके.
कौन था सबसे सफल क्रिकेटर?
इस परिवार में क्रिकेट का जुनून बुरी तरह सवार था. सभी भाईयों में वजीर मोहम्मद भी एक सफल क्रिकेटर थे और उन्होंने पाकिस्तान के लिए 20 टेस्ट खेले और 27.62 के औसत से 801 रन बनाए, इसमें दो शतक और तीन अर्धशतक शामिल रहे. उन्होंने 1952 में भारत के खिलाफ ही टेस्ट डेब्यू किया था जबकि आखिरी टेस्ट नवंबर 1959 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ढाका में खेला. रिकॉर्ड के मुताबिक देखें तो हनीफ और मुश्ताक ने भी टीम में अच्छा नाम कमाया. दोनों ने ऑलराउंडर के तौर पर सफलता हासिल की.
हनीफ ने ठोके थे 337 रन
हनीफ मोहम्मद के नाम शानादर रिकॉर्ड दर्ज है. उन्हें कम लंबाई के चलते लिटिल मास्टर भी कहा गया. उन्होंने 1952 में भारत के खिलाफ दिल्ली में टेस्ट डेब्यू किया था. उन्होंने अपने करियर में 55 टेस्ट में 43.98 के औसत से 3915 रन (12 शतक और 50 अर्धशतक) बनाए. जिसमें 337 रन का सर्वोच्च स्कोर शामिल रहा. उनकी यह शानदार पारी वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली थी. उनके नाम एक डबल सेंचुरी भी दर्ज है. इसके अलावा मुश्ताक की गिनती टॉप ऑलराउंडर्स में होती थी. उन्होंने 19 टेस्ट में पाकिस्तान की कप्तानी भी की. रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तान के कोच भी रहे. उन्होंने पाक टीम के लिए 57 टेस्ट और 10 वनडे मैच खेले.
तीन भाईयों ने एकसाथ खेलकर रचा इतिहास
मोहम्मद भाइयों में सबसे छोटे सादिक (Sadiq Mohammad) ने पाकिस्तान के लिए 41 टेस्ट और 19 वनडे खेले. टेस्ट में उनके नाम 35.81 के औसत से 2579 रन और 5 शतक दर्ज हैं. उन्होंने 19 वनडे भी खेले जिसमें 21.27 के औसत से 383 रन बनाए. सादिक ने का टेस्ट डेब्यू अक्टूबर 1969 में हुआ था. उनके लिए यह मैच यादगार साबित हुआ क्योंकि उस दौरान उनके भाई हनीफ और मुश्ताक भी शामिल थे. डेब्यू टेस्ट में सादिक ने बड़े भाई हनीफ के साथ पारी पारी की शुरुआत की थी.