India exit from T20 World Cup: पाकिस्तान के खिलाड़ियों को आईपीएल में मौका नहीं दिया जाता है लेकिन इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज के कई दिग्गज लीग में खेलते हैं. इसी के चलते पड़ोसी देश के कुछ दिग्गज तक इस लीग पर बेवजह के सवाल उठाते हैं.
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Shoaib Akhtar on IPL: टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होने के चलते भारतीय टीम को काफी आलोचनाओं को सामना करना पड़ रहा है. कई पूर्व खिलाड़ी भी टीम पर सवाल उठा रहे हैं. इतना ही नहीं, कुछ ने तो आईपीएल तक को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. इसी लिस्ट में पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज पेसर शोएब अख्तर भी शामिल हो गए हैं. अख्तर ने तो अलग ही विश्लेषण किया है. उन्होंने कहा है कि आईपीएल जब से आया, तब से भारतीय टीम कोई टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई है.
इंग्लैंड ने तोड़ा भारत का सपना
भारतीय क्रिकेट टीम को आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. रोहित शर्मा के नेतृत्व में खेलने उतरी टीम ने ग्रुप राउंड में 5 में से 4 मैच जीते और टॉप पर रहते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई. हालांकि एडिलेड में खेले गए सेमीफाइनल मैच में उसे इंग्लैंड के खिलाफ 10 विकेट से शर्मनाक हार मिली. अब आईपीएल पर भी सवाल खड़े किए जाने लगे हैं. कुछ का मानना है कि आईपीएल में खेलना और किसी वैश्विक टूर्नामेंट का हिस्सा बनना, बहुत अलग हैं.
अख्तर ने उठाए सवाल
पाकिस्तान के खिलाड़ियों को आईपीएल में मौका नहीं दिया जाता है लेकिन इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज के कई दिग्गज इस प्रतिष्ठित टी20 लीग में खेलते हैं. इसी के चलते पाकिस्तान के कुछ दिग्गज इस लीग पर बेवजह के सवाल उठाते हैं. पाकिस्तान के पूर्व पेसर शोएब अख्तर ने अलग ही विश्लेषण किया है. उन्होंने कहा कि आईपीएल दुनिया की सबसे बड़ी लीग है लेकिन इसके शुरू होने के बाद से अब तक भारत कोई भी टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीत सका है. उन्होंने ए-स्पोर्ट्स से कहा, 'हर किसी ने यही सोचा था कि आईपीएल जो है, वो भारत और बाकी टीमों के बीच बड़ा अंतर बनाएगा. आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई, भारत ने टी20 विश्व कप उससे एक साल पहले 2007 में जीता. टीम इंडिया ने 2011 का विश्व कप जीता था लेकिन वह 50 ओवर फॉर्मेट में था.'
शोएब मलिक ने भी रखी अपनी बात
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने इस दौरान कहा, 'आईपीएल युवा खिलाड़ियों के अनुभव के लिए है, ये आपको नाम बनाने का अच्छा मौका देता है. अलग-अलग परिस्थितियों में खेलने से काफी कुछ पता चलता है. एक विदेशी खिलाड़ी होने के नाते जब आप किसी और देश में जाकर खेलते हैं, तो आपके कंधे पर ज्यादा जिम्मेदारी हो जाती है. ये बात ज्यादा मायने रखती है, यहीं आप एक बेहतर खिलाड़ी बनकर निकलते हैं. आप किसी विदेशी लीग में खेलने के नाते सोचते हैं कि यहां जो प्रदर्शन मैं करूंगा, उससे अलग पहचान बनेगी. आप दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करते हैं तो बहुत कुछ सीखने मिलता है.'
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