नई दिल्ली: क्रिकेट खिलाड़ियों के पास अक्सर पैसे की कोई कमी नहीं रहती. ये खिलाड़ी खेलने के साथ-साथ दूसरी दुनिया से भी जुड़े रहते हैं. लेकिन कई बार समय इतना बलवान होता है कि दुनिया के बड़े-बड़े खिलाड़ियों को भी अपना पेट भरने के लिए ऐसे काम भी करने पड़ते हैं, जिसके बारे में किसी ने कभी सोचा भी नहीं था. हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी सूरज रणदीव अपना पेट पालने के लिए ऑस्ट्रेलिया में बस चला रहे हैं. आइए नजर डालते हैं ऐसे तीन खिलाड़ियों पर जिन्होंने भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया, लेकिन अब वे पैसे कमाने के लिए बस चला रहे हैं.
42 साल के श्रीलंका के पूर्व ऑलराउंडर चिन्तका जयसिंघे (Chinthaka Jayasinghe) अपना पेट पालने के लिए ऑस्ट्रेलिया में बस चला रहे हैं. जयसिंघे ने श्रीलंका की तरफ से पांच टी-20 मुकाबले खेले थे. खास बात ये है कि उन्होंने अपना क्रिकेट डेब्यू भारत के खिलाफ 2009 में नागपुर में खेले गए एक टी-20 में किया था. जयसिंघे 2010 टी-20 वर्ल्ड कप में श्रीलंकाई टीम का हिस्सा भी थे.
जिम्बाब्वे के ऑलराउंडर वाडिंगटन वायेंगा (Waddington Mwayenga) ने 2005 में भारत के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था. इस मैच में उन्होंने दसवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 14 रन बनाए थे और गेंदबाजी के दौरान कप्तान सौरव गांगुली का विकेट भी लिया था. हालांकि भारत ने उस मैच को दस विकेट से जीता था. वायेंगा भी अपना गुजारा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया में बस चलाते हैं.
श्रीलंका के पूर्व स्पिनर सूरज रणदीव ने 2009 में भारत के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था. रणदीव ने 2011 में भारत के खिलाफ वनडे क्रिकेट का फाइनल भी खेला था. रणदीव ने कुल 50 इंटरनेशनल मैचों में कुल 86 विकेट चटकाए हैं.
सूरज रणदीव (Suraj Randiv) 2010 में खबरों में आए थे. दरअसल सूरज रणदीव ने वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) का शतक पूरा न होने देने के लिये दिलशान के कहने पर नो बॉल फेंकी थी. भारत को जीत के लिये एक रन की जरूरत थी और सहवाग 99 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. अगर सहवाग वो एक रन बना लेते तो उनका शतक पूरा हो जाता.
सूरज रणदीव, चिन्तका जयसिंघे, वाडिंगटन वायेंगा फिलहाल एक ही कंपनी के लिए बस चला रहे हैं. ये तीनों मेलबर्न में फ्रांस की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के लिए काम कर रहे हैं.
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