15 जनवरी से भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच ब्रिसबेन (Brisbane) के गाबा (Gabba) में चौथा और आखिरी टेस्ट खेला जाएगा. टीम इंडिया (Team India) की कमान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) के हाथों में होगी. कई खिलाड़ियों के चोटिल होने की वजह से टीम में जरूरी बदलाव किए जा सकते हैं.
एडिलेड टेस्ट (Adelaide Test) में पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के नाकाम होने के बाद टीम इंडिया ने युवा बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) पर भरोसा जताया था. गिल ने मेलबर्न टेस्ट (Melbourne Test) में शानदार प्रदर्शन किया और चयनकर्ताओं की उम्मीदों पर खरे उतरे. वहीं सिडनी टेस्ट में उन्होंने अपने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक लगाया.
चोट से उबरने के बाद रोहित शर्मा ( Rohit Sharma) की वापसी सिडनी टेस्ट (Sydney Test) में हुई. पिछले टेस्ट में उनकी शानदार बल्लेबाजी देखने को मिली, उन्होंने मैच की दूसरी पारी में हाफ सेंचुरी लगाई.
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara ) ने अपनी संयम भरी पारी खेलकर सिडनी टेस्ट (Sydney Test) को ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई. उम्मीद है कि ब्रिसबेन में भी उनके अनुभव का फायदा टीम इंडिया को मिलेगा.
विराट कोहली (Virat Kohli) की गैर मौजदगी में अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane ) ने अब तक शानदार कप्तानी की है. मेलबर्न टेस्ट में न सिर्फ उन्होंने लाजवाब शतक लगाया बल्कि बेहतरीन लीडरशिप की मिसाल कायम की. इसके अलावा सिडनी टेस्ट में उनकी रणनीति काम आई और भारत ने मैच को हारने से बचा लिया.
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने सिडनी टेस्ट (Sydney Test) की दूसरी पारी में शानदार 97 रन बनाए और टीम इंडिया को मुश्किल से निकाला. ब्रिसबेन में भी इस युवा क्रिकेटर से ऐसी ही उम्मीद है.
मौजूदा टूर पर सीमित ओवर की सीरीज के बाद वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) को ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने को कहा गया था. चूंकि वो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही कर सकते हैं, इसलिए उन्हें चोटिल रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की जगह मौका मिल सकता है.
टीम इंडिया (Team India) के सीनियर खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने एडिलेड टेस्ट में कुल 5 विकेट हासिल किए थे. मेलबर्न (Melbourne) में भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी को जारी रखा और 5 विकेट अपने नाम किए. हालांकि सिडनी में उन्हे महज 2 विकेट ही मिल पाए. गाबा के मैदान में स्पिनर कामयाब रहे हैं, ऐसे में अश्विन का कमाल देखने का मौका मिल सकता है. हालांकि उनकी चोट चिंता विषय है.
शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में चोटिल बुमराह की जगह मौका मिल सकता है. वो मुंबई के लिए लगातार घरेलू क्रिकेट खेलते आए हैं. शार्दुल बदकिस्मत थे क्योंकि 12 अक्टूबर 2018 को वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था, लेकिन अपने पहले टेस्ट में चोट के कारण उन्हें एक भी ओवर फेंके बिना बाहर होना पड़ा था.
नवदीप सैनी (Navdeep Saini) को चोटिल उमेश यादव (Umesh Yadav) की जगह तीसरे टेस्ट में मौका मिला था. सिडनी टेस्ट में उन्होंने डेब्यू किया और मैच में 4 विकेट हासिल किए.
ब्रिसबेन में भारतीय पेस अटैक की कमान मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) के हाथों में होगी. मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) को चोट लगने के बाद उनकी जगह मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) को मेलबर्न टेस्ट में डेब्यू करने का मौका दिया गया. सिराज ने इस मैच में 5 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. इस टूर के दौरान उनके पिता का निधन हो गया था, जिसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया था. सिडनी टेस्ट में उन्होंने 2 विकेट हासिल किए.
टी नटराजन (T Natarajan) ब्रिसबेन के गाबा मैदान में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत कर सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो वो टीम इंडिया के 300वें टेस्ट खिलाड़ी होंगे. दिलचस्प बात ये है कि नटराजन ने इसी ऑस्ट्रेलियाई टूर पर वनडे और टी-20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया था.
ट्रेन्डिंग फोटोज़