नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया (Team India) पूरी तरह अंग्रेजों पर हावी रही. रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) की गेंदबाज और ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की फील्डिंग ने दर्शकों का ध्यान खींचा, वहीं इंग्लैंड की टीम ने 329 रन लुटाकर भी बड़ा रिकॉर्ड बना डाला. आइए जानते रविवार के दिन चेन्नई टेस्ट (Chennai Test) में क्या-क्या खास हुआ.
रविवार के दिन रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) का जलवा देखने को मिला. उन्होंने पहली पारी में गेंदबाजी करते हुए 43 रन देकर 5 विकेट हासिल किए और इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी. वो भारतीय सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे नंबर के गेंदबाज बन गए है. उन्होंने इंडिया में अपने 266 विकेट पूरे किए और हरभजन सिंह (265) का रिकॉर्ड तोड़ा. इस लिस्ट में सबसे ऊपर अनिल कुंबले (Anil Kumble) हैं जिन्होंने 24.88 के औसत से 350 विकेट लिए है. फोटो-BCCI)
रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 200वीं बार बाएं हाथ के बल्लेबाज का विकेट हासिल किया है. बाएं हाथ के बल्लेबाजों में डेविड वॉर्नर (10) सबसे ज्यादा बार उनके शिकार हुए हैं. इसके बाद एलिस्टर कुक (9), बेन स्टोक्स (9), एड कोवान (7) और जेम्स एंडरसन (7) का नंबर आता है. (फोटो-BCCI)
जब इंग्लैंड की पारी शुरू हुई तब फैंस को झटका लगा. दरअसल फिल्डिंग के लिए उतरी भारतीय टीम में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) नहीं थे. एमए चिदंबरम स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय पारी के दौरान पुजारा को उंगली में चोट लग गई थी. पुजारा की जगह मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) फिल्डिंग के लिए मैदान में उतरे थे. हालांकि राहत की बात ये रही कि वो दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरे.
इंग्लिश टीम ने भले ही पहली पारी के गेंदबाजी के दौरान 329 रन लुटाए हों, लेकिन उन्होंने एक भी एक्ट्रा रन नहीं दिया और इसके साथ ही टूट गया 66 साल पुराना रिकॉर्ड जो भारत ने बनाया था. साल 1955 में टीम इंडिया ने पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में टेस्ट की एक पारी में 328 रन लुटाए थे लेकिन एक भी अतिरिक्त रन नहीं दिया था.
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को अकसर खराब विकेटकीपिंग के लिए ट्रोल किया जाता और एमएस धोनी (MS Dhoni) के मुकाबले उन्हें काफी कमतर आंका जाता है. लेकिन 14 फरवरी के दिन उन्होंने स्टंप्स के पीछे ऐसा हैरतअंगेज कैच पकड़ा जिससे माही की यादें ताजा हो गई. इस जबरदस्त फील्डिंग की बदौलत मोहम्मद सिराज को ओली पोप का विकेट मिला.
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