IND vs SA: इस ऑलराउंडर के बिना बिगड़ जाएगा टीम इंडिया का बैलेंस! पहले टेस्ट में मौका देना जरूरी
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IND vs SA: इस ऑलराउंडर के बिना बिगड़ जाएगा टीम इंडिया का बैलेंस! पहले टेस्ट में मौका देना जरूरी

शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) अपनी तेज गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी अहम योगदान दे सकते हैं. सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट्स पार्क में खेले जाने वाले टेस्ट में उन्हें मौका मिलना चाहिए.

IND vs SA: इस ऑलराउंडर के बिना बिगड़ जाएगा टीम इंडिया का बैलेंस! पहले टेस्ट में मौका देना जरूरी

लंदन: टीम इंडिया के पास दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज अपने नाम करने का मौका है, दक्षिण अफ्रीकी जमीन पर ऐसा करिश्मा भारत ने पहले कभी नहीं किया है, लेकिन भारत को चार तेज गेंदबाजों को मौका देने के बारे में नहीं सोचना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी बल्लेबाजी कमजोर हो सकती है.

  1. भारत vs दक्षिण अफ्रीका
  2. सेंचुरियन टेस्ट की तैयारी 
  3. किसे मिलेगा टीम में मौका?

इस नंबर पर बैटिंग करेंगे शार्दुल?

हालात को देखते हुए ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) को 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने और चौथे तेज गेंदबाज के रूप में प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाना चाहिए. जनवरी में ब्रिस्बेन में खेले गए टेस्ट मैच में ठाकुर ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था.
 

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अश्विन को मौका मिलना मुश्किल

रविचंद्रन अश्विन शायद आज दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिन गेंदबाज हैं. इंग्लैंड में उन्हें नजरअंदाज करना गलती थी, हालांकि यहां पहले टेस्ट में सेंचुरियन की पिच स्पिन गेंदबाजों की मदद नहीं करेगी. यहां अच्छा उछाल देखने को मिल सकता है.

तेज गेंदबाजों का रोल अहम

दक्षिण अफ्रीका में क्रिकेट इंग्लैंड के ड्यूक की बजाय ऑस्ट्रेलियाई कूकाबुरा गेंद से खेला जाता है. इसका मतलब यह है कि तेज गेंदबाजों को थोड़ा ज्यादा फायदा मिल सकता है, क्योंकि इस गेंद में ज्यादा स्विंग और स्पीड देखने को मिलेगी.
 

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इन भारतीय गेंदबाजों पर जिम्मेदारी

ये मेजबानों के ऊपर है कि वो किस तरह की तेज विकेट को चुनते हैं? ये निश्चित रूप से कगिसो रबाडा की अगुवाई वाले पेस अटैक में मदद करेगा. ये विकेट जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और इशांत शर्मा जैसे भारतीय तेज गेंदबाजों की भी सहायता करेगा. दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका को एनरिक नॉर्ट्जे की कमी खलेगी, जबकि लुंगी एनगिडी लंबे अंतराल के बाद वापसी करेंगे.

दक्षिण अफ्रीका का पेस अटैक मजबूत

दक्षिण अफ्रीका के तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में डुआने ओलिवियर, युवा सीमर मार्को जेनसेन, अधिक अनुभवी बेउरन हेंड्रिक्स, ग्लेनटन स्टुरमैन या सिसांडा मगला में से चुने जाने की संभावना है. पहले दो खिलाड़ी वास्तव में ज्यादा दावेदार हैं. ऑलराउंडर के रूप में वियान मुलडर संभवत: चौथे सीमर के रूप में खेलते नजर आएंगे, बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज स्पिन गेंदबाज के रूप में प्रतिनिधित्व करेंगे.

भारतीय बल्लेबाजों को दिखाना होगा दम

भारत को यह सुनिश्चित करना होगा कि वो अपनी बल्लेबाजी में सुधार करें. अश्विन ने साल की शुरुआत में सिडनी में बेहतरीन बल्लेबाजी की और इंग्लैंड के खिलाफ घर में शतक जड़ा था. लेकिन उन्हें उपमहाद्वीप के बाहर के हालात में 7वें नंबर पर मौका देना बड़ी बात होगी.

रहाणे और अय्यर में किसे मिलेगा मौका?

भारत को इस बात की भी चिंता होगी कि क्या वो वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में एक अहम सीरीज में अनुभवी अजिंक्य रहाणे को मौका देना चाहिए या नहीं. वहीं, पांचवें नंबर पर हनुमा विहारी या श्रेयस अय्यर को भी देखना जरूरी हो जाता है. विदेश में पिछले 8 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया में चार और इंग्लैंड में कई पारियों में रहाणे का बल्ला नहीं चला है. उन्होंने आखिरी बार मेलबर्न में मैच जिताऊ शतक लगाया था.

हनुमा विहारी भी दावेदार

2018 में इंग्लैंड में अपने डेब्यू के बाद से हनुमा विहारी ने वास्तव में बेहतर प्रदर्शन किया है. भारत के बाहर टेस्ट स्तर पर अय्यर ने अभी शुरुआत नहीं की है, क्योंकि उनकी केवल दो उपस्थिति भारत में हुई हैं. वहीं, दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी पहले के मुकाबले कम अनुभवी है. लेकिन सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए.

पहले टेस्ट के लिए भारत की संभावित प्लेइंग 11

केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे/हनुमा विहारी, ऋषभ पंत, शार्दुल ठाकुर, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज.

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