टीम इंडिया में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनका टेस्ट क्रिकेट खतरे में पड़ा दिखाई दे रहा है. उनकी जगह कई युवा खिलाड़ियों ने भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है. ऐसे में इन दिग्गज प्लेयर्स की वापसी नामुमिकन नजर आ रही है.
Trending Photos
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम से खेलने का सपना हर किसी का होता है. बहुत कम खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो टीम इंडिया के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलते दिखाई देते हैं. आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर युवा खिलाड़ियों ने टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली है. ऐसे में कई दिग्गज प्लेयर्स का टेस्ट करियर खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है. आइए जानते हैं, इन खिलाड़ियों के बारे में.
शिखर धवन ( Shikhar Dhawan) कभी भारतीय टीम की बल्लेबाजी क्रम की मजबूत रीढ़ थे, लेकिन ये दिग्गज बल्लेबाज 2018 से टेस्ट क्रिकेट से बाहर चल रहा है. केएल राहुल और मयंक अग्रवाल ने धवन के बाद भारत के लिए कई मैच जिताऊ पारी खेली हैं और उन्होंने टीम इंडिया में अपनी जगह परमानेंट कर ली है. टी20 वर्ल्ड कप में भी धवन को नहीं चुना गया था और उसके बाद उनको न्यूजीलैंड दौरे से बाहर कर दिया गया है. ऐसे में धवन की टेस्ट क्रिकेट में वापसी मुश्किल में नजर आ रही है. धवन ने भारत के लिए 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन ये धाकड़ कभी भी भारतीय टीम में अपनी स्थाई जगह नहीं बना पाया. धवन ने टीम इंडिया के लिए खेलते हुए 34 टेस्ट मैचों में 2315 रन बनाए हैं. चयनकर्ता उन्हें टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं दे रहे हैं.
भारत के स्टार बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) कभी टीम इंडिया के लिए तीनों ही फॉर्मेट में खेलते थे. पिछले कई सालों से अजिंक्य छोटे फॉर्मेट से टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है. टेस्ट क्रिकेट में भी रहाणे का बल्ला काफी दिनों से खामोश है. वह रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं. कई सालों से वो कोई भी शतक नहीं लगा पाए हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में रहाणे बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए थे. पहली पारी में उन्होंने 35 रन और दूसरी पारी में केवल 4 रन ही बना पाए. दूसरे टेस्ट मैच में उनको खेलने का मौका नहीं मिला है. इंग्लैंड दौरे पर भी वह रन बनाने के लिए तरसते रहे हैं. कई युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली है. ऐसे में रहाणे के करियर पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है. रहाणे ने भारतीय टीम के लिए 79 टेस्ट मैचों में 4795 रन बनाए हैं. उन्होंने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था.
टीम इंडिया के स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) पिछले तीन सालों से टीम इंडिया की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं. भुवनेश्वर कुमार की गेंदों में अब धार नहीं नजर आ रही है. वह बहुत ही महंगे साबित हो रहे हैं. डेथ ओवर्स में वो रन रोकने में नाकाम रहे हैं. भुवी विकेट लेने के लिए जूझ रहे हैं. उनकी जगह मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे गेंदबाजों ने टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर ली है. अब लाल गेंद के क्रिकेट में भुवी की वापसी असंभव नजर आ रही है.
ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) ने टीम इंडिया के लिए 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था. वह भारत के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेल चुके हैं, लेकिन अब उन्हें विकेट नहीं मिल रहे हैं उनकी उम्र उन पर हावी हो रही है. टीम इंडिया में लगातार कॉम्पिटिशन बढ़ रहा है. कई युवा गेंदबाजों ने अपनी जगह टीम इंडिया में पक्की कर ली हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में ईशांत को बाहर का रास्ता दिखाया गया है उनकी जगह युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को मौका दिया गया है. ऐसे में ईशांत शर्मा का टेस्ट क्रिकेट खतरे में पड़ा दिखाई दे रहा है.