IND vs SA: जीत की दहलीज पर टीम इंडिया, इतिहास रचने से महज 6 कदम दूर
Advertisement
trendingNow11058707

IND vs SA: जीत की दहलीज पर टीम इंडिया, इतिहास रचने से महज 6 कदम दूर

भारत और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच जारी सेंचुरियन टेस्ट (Centurion Test) का आखिरी दिन बेहद रोमांचक हो सकता है. दोनों टीमें जीत के लिए पूरा जोर लगा देंगी.

IND vs SA: जीत की दहलीज पर टीम इंडिया, इतिहास रचने से महज 6 कदम दूर

सेंचुरियन: दक्षिण अफ्रीका (South Africa) ने 305 रन के टारगेट का पीछा करते हुए टीम इंडिया (Team India) के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट (Centurion Test) के चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट पर 94 रन बना लिए हैं

  1. भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका पहला टेस्ट
  2. चौथे दिन मेजबान टीम का स्कोर-94/4
  3. भारत को जीत के लिए चाहिए 6 विकेट

जीत से महज 6 विकेट दूर टीम इंडिया

मेजबान दक्षिण अफ्रीका (South Africa) अभी अपनेलक्ष्य से 211 रन पीछे है. स्टंप के ऐलान के वक्त प्रोटियाज कप्तान डीन एल्गर 52 रन के निजी स्कोर पर नाबाद रहे. भारत को इस इतिहासिक जीत दर्ज करने के लिए महज 6 विकेट की जरूरत है. गौरतलब है कि भारत ने अपनी दूसरी पारी में 174 रन बनाए थे.

 

 

 

क्या कहता है सेंचुरियन का रिकॉर्ड?

सेंचुरियन में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकार्ड इंग्लैंड के नाम पर है जिसने 2000-01 में चौथी पारी में 251 रन बनाकर जीत दर्ज की थी. मौसम विभाग ने हालांकि गुरुवार को मैच के पांचवें दिन बारिश की भविष्यवाणी की है. भारत ने पहली पारी में 327 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका को 197 रन पर आउट करके 130 रन की बढ़त हासिल की थी.

चौथे दिन दिखा गेंदबाजों का जलवा

सुपरस्पोर्ट पार्क में चौथे दिन भी गेंदबाजों की तूती बोली.दिन भर में 13 विकेट गिरे लेकिन वो डीन एल्गर थे जिन्होंने ऐसे हाल में खेलने के लिए जरूरी एकाग्रता का अच्छा नमूना पेश किया. वो अभी 52 रन पर खेल रहे हैं. बुमराह (22 रन देकर दो) ने हालांकि उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. मोहम्मद शमी (29 रन देकर एक) ने बुमराह के साथ नई गेंद संभाली और अपनी तीसरी गेंद पर ही एडेन मार्कराम (एक) को बोल्ड किया. कीगन पीटरसन (17) आउट होने वाले अगले बल्लेबाज थे.

12 ओवर तक नहीं गिरा था विकेट

कीगन पीटरसन ने डीन एल्गर के साथ 12 ओवर तक विकेट नहीं गिरने दिया था लेकिन मोहम्मद सिराज (25 रन देकर एक) की आउटस्विंगर उनकी समझ से परे थी जिस पर उन्होंने विकेट के पीछे कैच दिया.

बुमराह ने दिखाया जलवा

डीन एल्गर के साथ रासी वान डर डुसेन ने अगले 23 ओवर तक मजबूती से बल्लेबाजी की. इस बीच कुछ गेंदें बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में आगे गिरी. ऐसे में बुमराह की तेजी से अंदर आती गेंद ने वान डर डुसेन (65 गेंदों पर 11 रन) का ऑफ स्टंप थर्राकर भारत को अहम सफलता दिलाई. इसके बाद उन्होंने नाइटवाचमैन केशव महाराज (8) को बोल्ड किया.

ऋषभ पंत ने बनाए 34 रन

इससे पहले भारत की तरफ से दूसरी पारी में ऋषभ पंत ने सर्वाधिक 34 रन बनाए जबकि उसके बाद दूसरा बड़ा स्कोर एक्ट्रा रन (27) का था।. दक्षिण अफ्रीका के लिए कगिसो रबाडा (42 रन देकर चार), मार्को जेनसन (55 रन देकर चार) और लुंगी एनगिडी (31 रन देकर दो) ने विकेट लिए.

भारत के स्टार बल्लेबाज नाकाम

रन बनाने के लिए जूझ रहे भारत के तीनों मुख्य बल्लेबाजों कप्तान विराट कोहली (18), चेतेश्वर पुजारा (16) और अंजिक्य रहाणे (20) ने गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए तो केएल राहुल (74 गेंदों पर 23 रन), पंत और रविचंद्रन अश्विन (14) शार्ट पिच गेंदों का शिकार बने.

खराब रही भारत की बल्लेबाजी

भारत ने सुबह एक विकेट पर 16 रन से आगे खेलते हुए पहले सत्र में टिककर बल्लेबाजी की. इस बीच उसने 63 रन जोड़े तथा नाइटवाचमैन शार्दुल ठाकुर (10) और पहली पारी के शतकवीर राहुल के विकेट गंवाए. उसने अपने बाकी बचे सात विकेट दूसरे सत्र में गंवाये और इस बीच 95 रन जोड़े.

केएल राहुल को लगी थी चोट

केएल राहुल ने ऑफ स्टंप से बाहर की कई गेंदों को छोड़ा.इस बीच एनगिडी की तेजी से उठती एक गेंद उनकी उंगलियों पर लगी जिसके लिए उन्हें मेडिकल हेल्प लेनी पड़ी. इससे उनकी एकाग्रता भंग हुई और एनगिडी की ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर उन्होंने पहली स्लिप में खड़े एल्गर को कैच दे दिया.

कोहली भी नहीं कर पाए कमाल

कोहली अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन लंच के बाद पहली गेंद पर ढीला शॉट खेलकर उन्होंने जेनसन को अपना विकेट इनाम में दिया. पुजारा ने ऑफ स्टंप की बाहर की गेंदों को छोड़ा. उन्हें पहले सत्र में रबाडा ने जीवनदान भी दिया. पुजारा इसका फायदा नहीं उठा पाए और एनगिडी की लेग साइड की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर क्विंटन डिकॉक के सुरक्षित हाथों में चली गई.

रहाणे दूसरी पारी में नाकाम

अजिंक्य रहाणे ने जेनसन की लगातार गेंदों पर दो चौकों और एक छक्का जड़कर अपना आत्मविश्वास दिखाया लेकिन इसी गेंदबाज की ऑफ स्टंप से बाहर जा रही शार्ट पिच गेंद पर लेग साइड पर लगाया गया उनका हुक नियंत्रित नहीं था जिसे रॉसी वान डर डुसेन ने बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर आसानी से कैच किया.

जल्द सिमट गई भारतीय पारी

आर अश्विन एक बार डीआरएस के सहारे क्रीज पर टिके रहे लेकिन दूसरे अवसर पर तीसरे अंपायर का फैसला भी उनके खिलाफ गया. पंत ने अपनी पारी में छह चौके लगाये लेकिन रबाडा की शार्ट पिच गेंद पर पुल करने की अनिश्चितता में वह मिड ऑन पर कैच दे बैठे. इसके बाद भारतीय पारी सिमटने में देर नहीं लगी.

 

Trending news