Virat Kohli ने भारतीय क्रिकेट को अपनी जिंदगी के कई साल दिए हैं, लेकिन 2021 को भुला पाना उनके लिए मुमकिन नहीं होगा क्योंकि इस साल उनके हिस्से में कुछ बड़ी नाकामियां आईं हैं.
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नई दिल्ली: विराट कोहली (Virat Kohli) भारतीय क्रिकेट इतिहास के बेहतरीन बल्लेबाज और शानदार कप्तान के तौर पर शुमार किए जाते हैं, लेकिन उनके करियर में कुछ ऐसी नाकामियां हैं जिसे वो कभी भुला नहीं पाएंगे.
भारतीय क्रिकेट पर विराट कोहली (Virat Kohli) की पकड़ साल 2021 में ढीली हुई हालांकि ऑस्ट्रेलिया (Australia) में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीतने का श्रेय जरूर इसने हासिल किया, लेकिन जीतने वाले मैचों की कप्तानी अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने की थी.
एमएस धोनी (MS Dhoni) ने 2017 में जब सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ी तब विराट कोहली (Virat Kohli) भारतीय क्रिकेट के बेताज बादशाह बन गए. अगले 3 साल तक उन्हें कोई चुनौती नहीं मिली और उनकी तूती ही बोलती रही.
बीसीसीआई (BCCI) में मजबूत प्रशासन के अभाव में विराट कोहली (Virat Kohli) ही फैसले लेने लगे और भारतीय टीम के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए किसी ने ऐतराज भी नहीं जताया, उन्हें कोच रवि शास्त्री का पूरा सपोर्ट भी मिला
फिर सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और जय शाह (Jay Shah) ने 2019 में दुनिया के सबसे ताकतवर क्रिकेट बोर्ड की सत्ता की बागडोर संभाली. एक साल तक सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा लेकिन 2021 वर्ल्ड कप के बाद कोहली ने टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया. उनका वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने का कोई इरादा नहीं था लेकिन टूर्नामेंट से भारत की जल्दी रवानगी के बाद ये तकरीबन तय हो गया था.
विराट कोहली (Virat Kohli) से वनडे टीम की कप्तानी छिनी गई जिसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (BCCI President Sourav Ganguly) और उनके मतभेद उजागर हो गए.दोनों ने एक दूसरे के बयानों का सार्वजनिक तौर पर खंडन किया.
लिमिटेर्स ओवर्स की की कप्तानी अब रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को सौंप दी गई. अपने सुनहरे कैरियर में 70 इंटरनेशनल शतक जमा चुके विराट कोहली को किसी को कुछ साबित नहीं करना है लेकिन 2 साल से बतौर बल्लेबाज उनके औसत फॉर्म और बीसीसीआई से मतभेद के बाद अब वह जरूर दिखाना चाहेंगे कि उन्हें दुनिया का बेस्ट बल्लेबाज क्यों माना जाता है.
भले ही 2021 में विराट कोहली की क्रिकेट लाइफ में उथल पुथल होती रही, लेकिन इस साल उनके खाते में ऐसी 2 नाकामियां हैं जिसे भुला पाना आसान नहीं होगा. कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया के पास आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (ICC WTC Final) और आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप (ICC T20 World Cup) जीतने का मौका था, लेकिन किंग कोहली एक बार फिर अपनी कप्तानी में ग्लोबल ट्रॉफी से महरूम रह गए.