नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले के बाद देशभर के लोगों का गुस्सा उबाल पर है. भारत के पूर्व क्रिकेटर मांग कर रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना बंद कर देना चाहिए. कई खिलाड़ी हालांकि विरोधी देश के साथ खेलने के समर्थक हैं. इसी बीच स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ खेलना या न खेलना हमारे हाथ में नहीं है, इसका फैसला बीसीसीआई करेगा.


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चहल ने कहा, ''यह हमारे हाथ में नहीं है. अगर बीसीसीआई कहता है तो हम खेलेंगे, अगर मना करता है तो हम नहीं खेलेंगे. मुझे लगता है कि यह कठिन समय है. हमें दृढ़ कार्रवाई करने की आवश्यकता है. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि वहां (पाकिस्तान) सभी लोग गलत हैं लेकिन जो जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.''



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भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का मानना है कि पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को खत्म करने के लिए देश को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने हालांकि यह कहने से इनकार कर दिया कि पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप मैच का बहिष्कार किया जाना चाहिए या नहीं. चहल ने कहा, ‘‘इसे एक बार में ही खत्म कर देना चाहिए. हम इसे और बर्दाश्त नहीं कर सकते.’’


पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे जो जम्मू-कश्मीर में पिछले 30 साल में सबसे घातक आतंकी हमला है. इस बीच मांग उठने लगी है कि भारत को 30 मई से इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने से इनकार कर देना चाहिए.


गांगुली बोले- पाकिस्तान के साथ सभी खेल रिश्ते खत्म करो
वहीं, पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर बुधवार को पाकिस्तान के साथ सभी खेल रिश्ते तोड़ने की मांग की. इस हमले में 40 सीआरपीएफ कर्मियों की मौत हो गई थी. गांगुली ने एक समय टीम इंडिया के अपने साथी रहे हरभजन सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि विश्व कप के एक मैच में पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने से भारत की संभावनाओं पर असर नहीं पड़ेगा.


वर्ल्डकप 2019 में पाकिस्तान को बैन करवाने की तैयारी
पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को चौतरफा घेरना शुरू कर दिया है. अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम को आगामी वर्ल्ड कप से बहिष्कार करवाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) एक पत्र लिखकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (आईसीसी) पर दबाव बनाएगा.