Asian Games, Women Hockey Bronze : भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल हारने के महज 2 दिन बाद ही जबर्दस्त जुझारूपन के साथ वापसी करते हुए जापान को 2-1 से हरा दिया. इसी के साथ उसने एशियाई खेलों (Asian Games-2023) में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया. हूटर के साथ ही मैदान पर अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सकीं.


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पुरानी हार का लिया बदला


कोच यानेके शॉपमैन और उल्लास में उछलती खिलाड़ियों को देखकर जाहिर हो गया कि इस मेडल के टीम के लिए क्या मायने हैं. सेमीफाइनल में चीन से 0-4 से हारने के साथ पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) के लिए सीधे क्वालिफाई करने की भारत की उम्मीदें ध्वस्त हो गई थीं. इसके बावजूद टीम ने जापान की चुनौती का डटकर सामना करते हुए ब्रॉन्ज मेडल का मुकाबला जीता. भारतीय टीम ने इस तरह से पिछले एशियन गेम्स के फाइनल में जापान से मिली 0-1 की हार का बदला भी पूरा किया.


पहले और आखिरी क्वार्टर में गोल


तोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम के लिए दीपिका ने 5वें और सुशीला चानू ने 50वें मिनट में गोल किए. वहीं, जापान के लिए यूरी नागाई ने मैच के 30वें मिनट में एकमात्र गोल दागा. भारतीय टीम ने मैच की शुरुआत बेखौफ खेल के साथ की जिसका फायदा उसे 5वें मिनट में मिला. दीपिका ने पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदल कर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई. भारतीय खिलाड़ियों ने आक्रमण जारी रखा लेकिन कई पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए. टीम हालांकि इसे गोल में बदलने में संघर्ष कर रही थी. जापान ने भी जवाबी हमले किए लेकिन सविता पूनिया की टीम का डिफेंस शानदार था.


जापान पर बनाया दबाव


दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने गेंद को अपने कब्जे में अधिक समय तक रखने की कोशिश की. इस दौरान दोनों टीम एक दूसरे के सर्किल में पहुंचने में कामयाब रहीं. हाफ टाइम से ठीक पहले कप्तान नागाई ने पेनल्टी कार्नर का गोल में बदल कर स्कोर 1-1 कर दिया. हाफ टाइम के बाद छोर बदला लेकिन दोनों टीमों के खेल में ज्यादा बदलाव नहीं दिखा. मिडफील्ड में खिलाड़ियों के बीच शह-मात का खेल चलता रहा. आखिरी क्वार्टर में भारतीय टीम ने पूरा दमखम लगाया जिसका फायदा पेनल्टी कॉर्नर के साथ मिला. भारतीय अग्रिम पंक्ति ने जापान पर दबाव बनाना जारी रखा. टीम को 50वें मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला. सुशीला ने दीप से पास मिलने पर जापान की गोलकीपर को छकाते हुए गोल कर भारत को बढ़त दिला दी. भारतीयों ने इसके बाद कुछ और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन टीम उसे गोल में नहीं बदल सकी. (PTI से इनपुट)