Indian Boxing: ओलंपिक क्वालीफायर ट्रायल्स में मैरी-निखत के बीच हुए मुकाबले में मैरी कॉम को विजेता घोषित किया.
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नई दिल्ली: भारत की दिग्गज महिला बॉक्सर एमसी मैरी कॉम ((MC Marry Kom) और निखत जरीन (Nikhat Zareen) के बीच बहुप्रतीक्षित मुकाबला शनिवार को मैरी कॉम की जीत से खत्म हुआ.. दोनों ने शुक्रवार को ओलंपिक क्वालीफायर ट्रायल्स के अपने-अपने पहले दौर के मुकाबले जीते जिसके बाद दोनों के बीच इस बात का फैसला हो गया कि अब टोक्यो ओलंपिक क्वालीफायर में देश के लिए कौन खेलेगा
अब चीन जाएंगी मैरीकॉम
छह बार की चैंपियन मैरी कॉम ने इस मैच में निखत को हराकर अपने ओलंपिक के क्वालिफायर्स के लिए भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका हासिल कर लिया. मैरी और निखत के बीच 51 किलो वर्ग में फैसला 9-1 से मैरी क पक्ष में हुआ. अब मैरी कॉम ओलंपिक क्वालीफार्स के लिए चीन रवाना होगीं जहां फरवरी में उन्होंने टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने के लिए मुकाबले करने होंगे.
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नतीजों का विरोध भी हुआ
देश की राजधानी के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हुए इस मैच के बाद नतीजे को लेकर विवाद भी हुआ. तेलंगाना बॉक्सिंग काउंसिल ने इस नतीजे का विरोधि किया. काउंसिल के सह सचिव एएस रेड्डी ने कहा, "निखत साफ तौर पर विजेता रहीं मैरी कॉम को बाउट में जीत उनकी वरिष्ठता और उनकी राज्यसभा की सदस्यता को देखते हुए दी गई.
Indian Squad for Women’s Boxing Final Trial Update- 51kg.@MangteC defeated @nikhat_zareen in split decision and is selected for the Indian teamfor the Olympic Qualifiers, Asia -Oceania from Feb 3-14, 2020 in Wuhan, China.#PunchMeinHaiDum #OlympicQualifiers#boxing pic.twitter.com/AL5rthBrCR
— Boxing Federation (@BFI_official) December 28, 2019
ऐसे पहुंची थी दोनों फाइनल में
पहले राउंड के क्वालीफायर मुकाबले में निखत ने मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन ज्योति गुलिया को 10-0 से हराया तो मैरी कॉम (MC Mary Kom) ने रितु ग्रेवाल को भी इसी अंतर से हराया. इसी के साथ मैरी और निखत ने एक दूसरे के साथ होने वाला मुकाबला तय किया.
निखत ने की थी ट्रायल की मांग
निखत ने नवम्बर में हुई विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के बाद मैरी कॉम (MC Mary Kom) के साथ ट्रायल की मांग की थी लेकिन भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने उनकी मांग को नकार दिया था .संघ ने कहा था कि विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण, रजत और कांस्य जीतने वाली खिलाड़ियों को ट्रॉयल्स नहीं देना होगा.