Delhi Service Bill आज राज्यसभा में होगा पेश, पास कराने के लिए BJP का कौन-कौन देगा साथ?
Delhi Service Bill Update: दिल्ली सेवा बिल आज राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया जाएगा. लोकसभा में ये बिल पहले ही पास हो चुका है. लेकिन राज्यसभा में बीजेपी (BJP) के पास बहुमत नहीं है. आइए पहले राज्यसभा का नंबर गेम समझ लेते हैं.
Delhi Service Bill In Rajya Sabha: दिल्ली (Delhi) में जारी अध्यादेश विवाद में आज सबसे बड़ा मोड़ आएगा जहां विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की परीक्षा होगी. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज राज्यसभा (Rajya Sabha) में दिल्ली सेवा बिल (Delhi Service Bill) पेश करेंगे. अगर राज्यसभा में आकड़ों के गणित को समझा जाए तो आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा सियासी झटका लगने वाला है. देखिए किस स्थिति में बिल पास होने की संभावना है. दिल्ली सेवा बिल यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार संशोधन विधेयक को लोकसभा में 1 अगस्त को पेश किया गया था. जो 3 अगस्त को लोकसभा में ध्वनि मत से पास हो गया था. अब इस विधेयक का दूसरा पड़ाव राज्यसभा है जहां इसे आज गृह मंत्री अमित शाह पेश करेंगे. लोकसभा में पास होने के साथ ही विपक्ष को जहां एक ओर झटका लगा था तो विपक्ष इसे राज्यसभा में रोकने की पूरी तैयारी में जुटा हुआ है.
क्या है राज्यसभा का नंबर गेम?
वैसे लोकसभा में इस पर जोरदार बहस देखने को मिली थी. गृह मंत्री अमित शाह ने एक तरफ बिल पर बात तो की ही थी तो वहीं दूसरी ओर पूरा चुनावी भाषण देते हुए साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का भी बिगुल फूंक दिया था. दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार केंद्र के पास होगा या दिल्ली सरकार के, ये तय करने वाले इस विधेयक में फेल पास और सियासी बहस के बीच अब आइए आपको राज्यसभा का वर्तमान गणित बताते हैं.
किसके पास हैं कितने सांसद?
मौजूदा दौर में राज्यसभा में कुल 238 सासंद हैं, जिसमें बीजेपी 92 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. 31 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे स्थान पर है. टीएमसी के राज्यसभा में 13 सांसद हैं. आम आदमी पार्टी और डीएमके के 10-10 तो वाईएसआर और बीजेडी के 9-9 सासंद हैं. बीआरएस के 7, आरजेडी के 6 सासंद हैं तो वहीं CPI(M) और जेडीयू के 5-5 सांसद हैं. AIDMK और NCP के 4-4 सांसद मौजूद हैं. साथ ही समाजवादी पार्टी और शिवसेना उद्धव गुट के 3-3 सासंद है. बाकी कई पार्टियों के भी 1-1 सासंद है जिसमें से बीएसपी ने इस बिल पर बॉयकॉट करने का ऐलान किया है. इस स्थिति में बहुमत के लिए 119 सासंदों की जरूरत होगी.
कौन-कौन दे सकता है बीजेपी का साथ?
माना जा रहा है कि बीजेपी ने राज्यसभा में बहुमत का वो आकड़ा जुटा लिया है जिससे दिल्ली सेवा बिल अब कानून बनने जा रहा है. आइए बीजेपी की जीत वाले उस फॉर्मूले पर नजर डालते हैं. राज्यसभा में बीजेपी के अकेले 92 सांसद हैं और उसके घटक दलों को मिलाकर ये आकंड़ा 103 तक पहुंच जाता है. ऐसे में उसे बहुमत के लिए 16 और सासंदों की जरूरूत होगी. जहां उसे उम्मीद के मुताबिक, नवीन पटनायक की बीजेडी और जगन मोहन रेड्डी की YSR कांग्रेस का समर्थन मिल गया है जिसके राज्यसभा में 9-9 सांसद हैं यानी दोनों पार्टियो के 18 सासंद हैं. अगर बीजेपी की उम्मीद के मुताबिक, इन दोनों पार्टियों के सांसद बीजेपी के पाले में वोट करते हैं तो बीजेपी को आसानी से बहुमत मिल जाएगा.
I.N.D.I.A. को मिलेगा किसका-किसका समर्थन?
वहीं, दूसरी ओर NDA को चुनौती देने वाला I.N.D.I.A. गठबंधन अगर एकजुट होकर भी इस बिल का विरोध कर दे तो उस हालात में भी NDA का रास्ता रोकने में नाकामयाब नजर आ रहा है क्योंकि I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल कांग्रेस के राज्यसभा में 31 सांसद हैं तो TMC के 13 आम आदमी पार्टी और डीएमके के 10-10 सासंद हैं. टीआरएस के 7 और लालू की आरजेडी के 6 सासंद हैं. वहीं, नीतीश कुमार की जेडीयू और CPI(M) के 5-5 सांसद हैं. शरद पवार की NCP के 4 और समाजवादी पार्टी के 3 सासंद हैं. शिवसेना उद्धव गुट के 3 सासंद में NDA के खिलाफ हैं. ऐसे में कुल मिलाकर विपक्ष के पास सिर्फ 103 सासंद होंगे. इस स्थिति में विपक्ष बहुमत से दूर होगा.
राज्यसभा के नंबर गेम के बीच दिल्ली सेवा बिल आज राज्यसभा में पेश होने से पहले विपक्ष ने 10 बजे एक अहम बैठक बुलाई है. I.N.D.I.A. के फ्लोर लीडर्स की ये बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दफ्तर में होगी. इसके ठीक आधे घंटे बाद कांग्रेस सांसदों की बैठक होगी.