लोकप्रिय वीडियो गेम 'फोर्टनाइट' (Fortnite) की निर्माता ऐपिक गेम्स द्वारा एपल (Apple) पर प्रतिस्पर्धा विरोधी नीति अपनाने के आरोप में दायर किए गए मामले से जुड़ी 3 हफ्ते लंबी सुनवाई की समाप्ति के दौर में कुक को अदालत (US Court) के सामने पेश होना पड़ा.
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सैन रमोन: ऐप्पल (Apple) के सीईओ टिम कुक (Tim Cook) ने शुक्रवार को अमेरिकी की एक अदालत (US Court) में ऐप्पल के मोबाइल ऐप स्टोर पर कंपनी के कड़े नियंत्रण को आईफोन उपयोगतकर्ताओं की सुरक्षा और सेवा के लिए सर्वश्रेष्ठ तरीका बताया लेकिन उन्हें प्रतिस्पर्धा से जुड़े मुद्दों को लेकर कड़े सवालों का सामना करना पड़ा.
लोकप्रिय वीडियो गेम 'फोर्टनाइट' की निर्माता ऐपिक गेम्स द्वारा एपल पर प्रतिस्पर्धा विरोधी नीति अपनाने के आरोप में दायर किए गए मामले से जुड़ी 3 हफ्ते लंबी सुनवाई की समाप्ति के दौर में कुक को अदालत के समक्ष पेश होना पड़ा.
दरअसल लोकप्रिय वीडियो गेम 'फोर्टनाइट' (Fortnite) की निर्माता ऐपिक गेम्स द्वारा एपल पर प्रतिस्पर्धा विरोधी नीति अपनाने के आरोप में दायर किए गए मामले से जुड़ी तीन हफ्ते लंबी सुनवाई की समाप्ति के दौर में कुक को अदालत के समक्ष पेश होना पड़ा.
ऐपिक का कहना है कि वह आईफोन और आईपैड के ऐप के लिए बनाए गए ‘चहारदिवारी वाले बगीचे’ ध्वस्त करना चाहती हैं. इस प्रकिया में ऐप्लीकेशन विकसित करने वाली कंपनी और ऐप का इस्तेमाल करने वालों को आमंत्रित तो किया जाता है पर प्रतिस्पर्धा के लिए यह कॉरिडोर बंद है.
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दरअसल ऐप स्टोर ऐप्पल के लिए एक प्रमुख राजस्व स्रोत बन गया है, जिससे कंपनी को पिछले वित्तीय वर्ष में 57 अरब अमेरिकी डॉलर का लाभ यानी मुनाफा हासिल करने में मदद मिली है. गौरतलब है कि ऐपल के ऐप स्टोर को 2007 में आईफोन लाए जाने के एक साल बाद ही कंपनी के सह संस्थापक स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) ने बनाया था.
वहीं ऐपिक का दावा है कि ऐप्पल ने अपने स्टोर को भारी मूल्य वसूलने का एक माध्यम बनाया हुआ है जो न केवल ऐप के भीतर के लेन-देन से 15 से 30 प्रतिशत की कमीशन कमाता है बल्कि दूसरे ऐप को भुगतान के अन्य विकल्प प्रदान करने से भी रोकता है.
जिला जज यीवॉन गोंजालेज रॉजर्स ने कुक से पूछा कि वह आईफोन, आईपैड व आईपॉड मे ंएप को अपना भुगतान विकल्प क्यों नहीं अपनाने देता? इससे यूजर को कम कमीशन देना होगा. भुगतान सेवाओं के लिए तो बैंक भी कमीशन नहीं लेते, आईफोन क्यों ले रहा है? उन्होंने एक सर्वे का हवाला देकर कहा कि 39 फीसदी एप डेवलपर्स एप स्टोर से बेहद नाखुश हैं.
इस सवाल के जवाब में कुक ने कहा कि एप स्टोर पर कोई भी एप देखने आए यूजर्स यहां मौजूद सभी गेम एप देखते हैं, कुछ उनके यूजर भी बन जाते हैं. स्टोर इन डेवलपर्स के लिए संभावित उपभोक्ता मुहैया कर रहा है. इसकी एवज में कमीशन लगाना संतुलन स्थापित करता है. वहीं अधिकतर एप डेवलपर्स एप स्टोर के काम करने के मौजूदा ढंग से नाखुश नहीं है. लेकिन जज इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुईं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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