खबरों की दुनिया में चीन का धमाका, दुनिया की पहली 3D न्यूज़ एंकर को किया लॉन्च
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खबरों की दुनिया में चीन का धमाका, दुनिया की पहली 3D न्यूज़ एंकर को किया लॉन्च

चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ और चीनी टेक कंपनी सोगोऊ ने मिलकर एक 3D एंकर को बनाया है, जिसे Xin Xiaowei नाम दिया है.

दुनिाया की पहली AI 3D न्यूज़ एंकर Xin Xiaowei

बीजिंग: चीन की एक न्यूज एजेंसी ने आर्टिफिशियल इंटलीजेंस से चलने वाली अपनी पहली 3D न्यूज एंकर को लॉन्च किया है. ये 3D एंकर, आम एंकर की तरह हिल डुल सकती है और खबरों के मुताबिक अपने हाव-भाव भी बदल सकती है. एक असल पत्रकार के रूप और हाव भाव की क्लोनिंग कर, तकनीक का इस्तेमाल करके चीन ने दुनिया की पहली 3D न्यूज़ एंकर बना दी.

  1. चीन ने बनाई अपनी पहली 3D न्यूज एंकर 
  2. आर्टिफिशियल इंटलीजेंस से काम करती है
  3. खबरों के मुताबिक अपने हाव-भाव भी बदल सकती है

चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के हवाले से ये खबर दी गई है कि शिन्हुआ और चीनी टेक कंपनी सोगोऊ ने मिलकर एक 3D एंकर को बनाया है और इसको Xin Xiaowei नाम दिया है. इससे पहले 2018 में शिन्हुआ ने पहली बार AI एंकर को न्यूज की दुनिया में उतारा था. तब चार 2D एंकर बनाए गए थे. 

लॉन्च का एक वीडियो भी इसी एजेंसी के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है.

क्यों खास है ये 3D एंकर 

ये 3D एंकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से काम करती है. जो आभासी होते हुए भी एकदम असली दिखाई देती है. इसे देखकर आप कह ही नहीं सकते कि ये नकली है. ये बोलते हुए अपनी पलकें झपका सकती है. बैठ सकती है, खड़ी हो सकती है और चल भी सकती है. ये खबर के मुताबिक ही अपने हाव-भाव भी बदल सकती है. साथ ही बोलने का लहजा भी. ये हेयरस्टाइल और कपड़े भी बदल सकती है.

एजेंसी का कहना है कि आने वाले कुछ ही समय में इस तरह की एंकर स्टूडियो के बाहर भी समाचार पढ़ते हुए देखी जा सकेंगी. 

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हालिया वर्षों में वैश्विक स्तर पर चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकास में काफी काम किया है. इस तकनीक को कोरोना वायरस प्रकोप के दौरान व्यापक रूप से लागू किया गया है जिससे स्वास्थ्य कर्मियों व रोगियों की मदद हो, यहां तक कि वायरस के प्रसार को भी रोका जा सके. कई क्षेत्रों जैसे कि वित्त, स्वास्थ्य सेवा और विनिर्माण ने व्यावसायिक उपयोग के लिए मशीन लर्निंग सिस्टम को अपनाया है.

मैकिन्से ग्लोबल इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अपनाए जाने की गति के आधार पर AI तकनीक से लेस चीन के स्वचालित कार्यस्थल सालाना GDP में 0.8 से 1.4 प्रतिशत की वृद्धि कर सकते हैं.

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