आज-कल बड़ों से लेकर छोटे बच्चे तक स्मार्टफोन एडिक्शन (Smartphone Addiction) से जूझ रहे हैं. कोरोना संक्रमण (Coronavirus) की वजह से लगे लॉकडाउन (Lockdown) में लोग दिन-रात फोन का इस्तेमाल करते हैं. इसकी वजह से फोन की बैटरी (Phone Battery Status) भी जल्दी-जल्दी खत्म हो जाती है. कई लोगों को अपना फोन चार्ज करने का सही तरीका नहीं पता होता है, जिसकी वजह से वे कई गलतियां (Phone Charging Mistakes) कर बैठते हैं. इसलिए सभी को टेक्नोलॉजी की जानकारी (Technology Knowledge) जरूर होनी चाहिए.
ज्यादातर लोग फोन की बैटरी को हमेशा पूरा यानी 100 प्रतिशत चार्ज करके रखते हैं. अक्सर लोग कहीं जाने से पहले या घर पर भी फोन को 100 फीसदी चार्ज कर लेते हैं. लेकिन कई टेक एक्सपर्ट (Tech Expert) का मानना है कि ऐसा करना फोन की बैटरी के लिए ठीक नहीं है. जब भी फोन चार्ज करें तो ध्यान रखें कि उसे पूरी तरह यानी 100 फीसदी चार्ज न करें. कोशिश करें कि फोन फुल से थोड़ा कम ही चार्ज हो. आपको सिर्फ 80-90 फीसदी ही फोन चार्ज करना चाहिए. इससे आपकी बैटरी की लाइफ बढ़ती है (Phone Battery Life).
अक्सर लोग रात में फोन को चार्जिंग (Phone Charging Overnight) पर लगाकर सो जाते हैं ताकि जब वे सुबह उठें तो उनका फोन पूरा चार्ज मिले और वे दिनभर टेंशन फ्री रहें. आज-कल के स्मार्टफोन (Smartphone) को पूरा चार्ज करने के लिए घंटों की जरूरत नहीं पड़ती है. फोन को लंबे समय तक चार्जिंग पर लगाना बैटरी के लिए ठीक नहीं है. इसलिए फोन को उसी वक्त चार्ज करें, जब आप जग रहे हों. कभी भी फोन को जरूरत से ज्यादा देर तक चार्ज न करें. इस वजह से दुर्घटना होने की खबरें भी आती रहती हैं.
कई लोग मानते हैं कि फोन को पूरी तरह डिस्चार्ज होने पर ही चार्ज करना चाहिए. लेकिन यह ठीक नहीं है. अगर आपके पास चार्जिंग की व्यवस्था है तो 20 फीसदी बैटरी रहने पर ही फोन चार्ज में लगा देना चाहिए. कहा जाता है कि 20 से 80 फीसदी तक बैटरी रहना आपके फोन के लिए ठीक है. आज-कल ज्यादातर फोन में लिथियम बैटरी (Lithium Battery) होती है और इन्हें लगातार चार्ज करते रहने से इनकी लाइफ लंबी बनी रहती है.
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