स्टूडेंट अगर दोपहर की नींद लेंगे तो स्कूल वसूलेगी फीस! जानें आखिर कहां हो रहा है ऐसा
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स्टूडेंट अगर दोपहर की नींद लेंगे तो स्कूल वसूलेगी फीस! जानें आखिर कहां हो रहा है ऐसा

Jiesheng Primary School: चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक स्कूल प्रशासन ने स्टूडेंट के दोपहर के सोने पर फीस वसूलने का फैसला लिया. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह कहां पर हो रहा है, तो चलिए हम आपको बता दें कि यह भारत का मामला नहीं है.

 

स्टूडेंट अगर दोपहर की नींद लेंगे तो स्कूल वसूलेगी फीस! जानें आखिर कहां हो रहा है ऐसा

Trending News: एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक स्कूल प्रशासन ने स्टूडेंट के दोपहर के सोने पर फीस वसूलने का फैसला लिया. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह कहां पर हो रहा है, तो चलिए हम आपको बता दें कि यह भारत का मामला नहीं है. चीन के एक निजी प्राथमिक विद्यालय जिशेंग प्राइमरी स्कूल के प्रशासन ने ऐसा फैसला लिया है, जिसमें छात्रों से दोपहर की झपकी के लिए शुल्क लेने के अपने फैसले की घोषणा की. स्कूल के अभिभावक-शिक्षक वीचैट समूह में दिए गए एक नोटिस के माध्यम से इस मामले की जानकारी दी गई.

दोपहर की नींद लेने पर फीस वसूलेगी स्कूल

स्कूल प्रशासन के इस पॉलिसी बदलाव ने कई लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया. इस तरह के फैसले के पीछे कई लोगों ने सवाल खड़े किए. इस फैसले की वजह से सोशल मीडिया पर आलोचकों की कतार लग गई. हालांकि, स्कूल ने फीस बढ़ाने के बारे में विस्तृत में जानकारी नहीं दी, लेकिन इसने माहौल ने बदल दिया. माता-पिता की चिंताएं बढ़ा दीं. इस नई नीति के तहत, अपने डेस्क पर झपकी लेने का विकल्प चुनने वाले छात्रों को हर सेशन 200 युआन (2,275 रुपये) का शुल्क देना होगा. अगर कोई क्लास में मैट की सुविधा चाहता है तो उसे 360 युआन (4,094 रुपये) का भुगतान करना होगा.

सोशल मीडिया पर आलोचकों की कतार

जबकि 680 युआन (7,856 रुपये) का उच्चतम शुल्क उन छात्रों के लिए आरक्षित है जो बिस्तरों से सुसज्जित निजी कमरों में आराम करना चुनते हैं. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, स्कूल के एक अनाम स्टाफ सदस्य के अनुसार, ये शुल्क आधिकारिक नियमों के अनुसार हैं, निजी स्कूलों को ऐसी फीस निर्धारित करने की स्वायत्तता दी गई है. फीस को उचित ठहराने के प्रयास में, स्कूल ने झपकी लेने के दौरान छात्रों की देखरेख और देखभाल के लिए शिक्षकों को नियुक्त करने की प्रतिबद्धता जताई है. स्कूल इस बात पर जोर देता है कि इन झपकी के लिए उपस्थिति अनिवार्य नहीं है और छात्रों के पास लंच ब्रेक के दौरान घर लौटने का विकल्प है.

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