अमेजन के जंगली कबीले पर चढ़ा इंटरनेट का बुखार, काम-धाम छोड़कर पॉर्न और रील्स देखने में डूबे युवा
Amazon Tribe Using Internet: अमेजन के घने जंगलों तक इंटरनेट की पहुंच से वहां की कबीलाई संस्कृति खतरे में आ गई है. लोग काम-धाम छोड़कर रील्स देखने में लगे हैं. युवाओं को सोशल मीडिया और पॉर्न देखने की लत लग गई है.
Internet In Amazon Forest: अमेजन के घने जंगलों को 'दुनिया के फेफड़ों' का तमगा मिला हुआ है. यहां दुनिया का सबसे बड़ा रेनफॉरेस्ट यानी वर्षा वन पाया जाता है. इन घने जंगलों का अधिकांश हिस्सा ब्राजील में पड़ता है. वहां की मारुबो जनजाति काफी रूढ़िवादी मानी जाती है. लेकिन अब इस जनजाति के बच्चों और युवाओं को इंटरनेट की लत लग गई है. वे काम-धंधा छोड़कर रील्स और पॉर्न देखने में लगे हैं. आप सोचेंगे कि घने जंगल में उनके पास इंटरनेट कहां से आया? जवाब है एलन मस्क की स्टारलिंक से.
स्टारलिंक ने दूरदराज के इलाकों तक इंटरनेट को सुलभ बना दिया है. अमेजन के जंगल भी इससे अछूते नहीं रहे. मारुबो जनजाति के नौजवानों को सोशल मीडिया की ऐसी लग लग चुकी है कि वे बाकी सब भूल बैठे हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, युवा आलसी हो चले हैं. कुछ को पॉर्न देखने का चस्का लग चुका है. मारुबो जनजाति के लोग शिकार और मछली पालन करके जीवनयापन करते हैं. हालांकि, अब वे रोजी-रोटी की चिंता छोड़ हाई-स्पीड इंटरनेट का मजा लेने लगे हैं.
इंटरनेट का चस्का लगा तो बिगड़ गए युवा
ब्राजील में स्टारलिंक की सेवा 2022 में शुरू हुई थी. करीब नौ महीने पहले उसकी कवरेज अमेजन के जंगलों में बसे इन कबीलाई लोगों तक पहुंची. न्यूयॉर्क टाइम्स की टीम ने कई युवाओं को इंस्टाग्राम स्कॉल करते देखा. एक व्यक्ति अपनी गर्लफ्रेंड से टेक्सटिंग कर रहा था. एक जगह झुंड का झुंड बैठकर फुटबॉल मैच का मजा ले रहा था. अगर आसपास के माहौल को हटा दें तो लगेगा ही नहीं कि ये लोग अमेजन के जंगल में रहते हैं.
NYT ने गांव के 73 वर्षीय बुजुर्ग की राय जाननी चाही तो वह इस बदलाव से खफा दिखीं. उन्होंने कहा, 'जब यह (इंटरनेट) आया था तो सब खुश थे. लेकिन अब हालात बहुत बिगड़ गए हैं.' उन्होंने समझाया, 'युवा इंटरनेट की वजह से आलसी हो गए हैं. वे गोरे लोगों के तौर-तरीके सीखने लगे हैं.'
पढ़ें: अंदर ही अंदर जल रही धरती, आउट ऑफ कंट्रोल हो सकते हैं हालात; नई स्टडी में खौफनाक दावे
पॉर्न और सोशल मीडिया का बुरा असर
रिपोर्ट के मुताबिक, यह जनजाति इंटरनेट के बुरे असर से खुद को बचा नहीं पाई. युवा अब मोबाइल फोन से चिपके रहते हैं. काम-धाम छोड़कर वे पॉर्न और सोशल मीडिया में बिजी हैं. रिपोर्ट कहती है कि इससे उनके भीतर यौन आक्रामकता बढ़ी है.
स्टारलिंक के एंटीना लगने से पहले भी मारुबो जनजाति के कई लोगों के पास मोबाइल फोन थे. लेकिन उनका इस्तेमाल सिर्फ तस्वीरें लेने के लिए हो पाता था. कॉल लगाने या इंटरनेट एक्सेस के लिए शहर तक जाना पड़ता था. ऐसा नहीं कि स्टारलिंक के इंटरनेट एक्सेस से सिर्फ नुकसान ही हुआ है. कई गांवों के लोग अब जल्दी से एक-दूसरे की मदद कर पाने में सक्षम हुए हैं. अगर किसी को सांप कांट ले तो मोबाइल कॉल करके हेलीकॉप्टर से बचाव किया जा सकता है.