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तेल अवीव/यरूशलम: फिलिस्तीन (Palestine) के साथ चल रहे विवाद और गाजा पट्टी में सक्रिय आतंकियों द्वारा सीमावर्ती शहरों को निशाना बनाए जाने के बावजूद इजरायल (Israel) ने दरियादिली दिखाते हुए फिलिस्तीन को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) देने का ऐलान किया था, ताकि महामारी से जंग में उसकी मदद हो सके. लेकिन फिलिस्तीन ने इस ‘मदद’ को स्वीकारने से इनकार कर दिया है. फिलिस्तीन की सरकार ने टीकों के जल्द खराब होने का हवाला देते हुए उन्हें लेने से मना कर दिया है.
इजरायल ने मानवता दिखाते हुए शुक्रवार को फिलिस्तीन (Palestine) को कोरोना वैक्सीन की 10 लाख डोज देने की घोषणा की थी. ये वैक्सीन जल्द ही फिलिस्तीनी प्राधिकरण के अधिकारियों को सौंपी जाने वालीं थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. दरअसल, दोनों देशों में एक समझौता हुआ था, जिसके तहत पहले इजरायल को महामारी से मुश्किल में घिरे फिलिस्तीन को COVID-19 टीके की करीब 10 लाख खुराक भेजनी थीं और बाद में फिलिस्तीन भी इतनी ही खुराक वापस करता.
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वैक्सीन नहीं लेने का कारण बताते हुए फिलिस्तीन सरकार ने कहा कि इजरायल द्वारा वेस्ट बैंक के लिए जहाज में लादी जा रहीं खुराकों के इस्तेमाल की अवधि बहुत जल्दी खत्म होने वाली है और यह उनके मानकों को पूरा नहीं करती. इससे पहले इजराइल ने भी समझौते की घोषणा करते हुए कहा था कि जल्द ही टीकों के इस्तेमाल की अवधि खत्म हो जाएगी, लेकिन उसने इनकी तिथि के बारे में नहीं बताया था.
इजरायल अपनी आबादी के 85 प्रतिशत वयस्कों का टीकाकरण कर पांबदियों को हटा चुका है, लेकिन वह टीके की खुराकें वेस्ट और गाजा में रह रहे 45 लाख फिलिस्तीनियों से साझा नहीं करने पर आलोचना का सामना कर रहा था. इसके बाद इजरायल ने दरियादिली दिखाते हुए मुश्किल वक्त में दुश्मन की मदद का ऐलान भी किया, लेकिन फिलिस्तीन ने उसे स्वीकारने से इनकार कर दिया.
इजरायल की नई सरकार की तरफ से कहा गया था कि वह फाइजर टीके की खुराक फिलिस्तीन प्राधिकरण को देगा, जिनके इस्तेमाल की मियाद (एक्सपायरी डेट) जल्द समाप्त हो रही है. इसके बदले में फिलिस्तीन इतनी ही संख्या में टीके की खुराक सितंबर या अक्टूबर में दवा कंपनियों से मिलने पर इजरायल को हस्तांतरित करेगा. गौरतलब है कि हाल ही में इजरायल पर संघर्ष विराम का भी आरोप लगा था. हालांकि, उसने रॉकेट हमलों को जवाबी कार्रवाई बताते हुए कहा था कि पहले हमास की तरफ से हमला किया गया था