चुपचाप प्राइवेट प्लेन से निकलो और बटन ऑफ... विद्रोहियों से घिरे असद परिवार को पुतिन ने सीरिया से कैसे निकला, पूरी कहानी
Bashar Al-Assad in Russia: विद्रोहियों के दमिश्क पर कब्जा करते ही राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर परिवार सहित भागे तो सभी का सवाल था कि ये कैसे हुआ? इसका जवाब अब मिल गया है.
How Assad reched Russia: जिस सीरिया पर पूरी दुनिया की नजरें जमी हुईं थीं, वहां का राष्ट्रपति अपने बीबी-बच्चों को लेकर चुपके से भागकर रूस पहुंच गया. हद तो यह है कि अमेरिका तक को इसकी खबर नहीं लगी. बस, ध्यान भटकाने के लिए ये खबर उड़ा दी गई कि देश से भागते समय उनका विमान क्रैश हो गया. लेकिन ना तो विमान क्रैश का कोई वीडियो-फोटो सामने आया और ना ही किसी ने पुष्टि की. बाद में असद और उनके परिवार की फोटो सामने आई और फिर पुष्टि हुई कि वे रूस पहुंच गए हैं. अब इस घटना के इतने बाद खुलासा हुआ है कि आखिरकार कैसे इतने चुपचाप असद अपने परिवार के साथ सीरिया से रूस पहुंच गए.
यह भी पढ़ें: वो देश जहां एक ही समय में रहता है दिन और रात, कहीं ब्रेकफास्ट तो कहीं डिनर करते हैं लोग
रूस में सुरक्षित हैं असद
सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को लेकर रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने एक इंटरव्यू में कहा कि बशर अल-असद को बहुत सुरक्षित तरीके से रूस पहुंचाया गया था. वे रूस में ही हैं और सुरक्षित हैं. हालांकि यह खुलासा नहीं किया है कि उनके साथ-साथ कौन-कौन सदस्य हैं.
यह भी पढ़ें: 166 देश घूमे चुके व्यक्ति को पसंद आया ये देश, नाम और वजह जानकर रह जाएंगे सरप्राइज
पुतिन की चाल
पुतिन ने असद को सीरिया से बाहर भेजने के लिए रूस ने एक ट्रिक लगाई. उसने असद को प्राइवेट प्लेन से बाहर निकलने के लिए कहा. इस विमान को दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात रखा गया था. जैसे ही दमिश्क में विद्रोही घुसे इस ऑपरेशन को शुरू कर दिया गया. इसके लिए पहले तो असद और उनके परिजनों को जरूरी सामान के साथ बेहद कड़ी सुरक्षा के बीच दमिश्क एयरपोर्ट तक पहुंचाया गया. इस दौरान दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनकी सुरक्षा में दर्जनों गाड़ियां मौजूद थीं. सीरियाई सेना भी थी. इसके बाद असद और फैमिली को हवाई जहाज पर चढ़ाया गया और वह मिनटों में रूस के लिए टेकऑफ कर गया.
यह भी पढ़ें: भूखे मर रहे थे सीरियाई, भर रहा था राष्ट्रपति का खजाना! असद के पास 200 टन सोना, कई लग्जरी कारें
विमान क्रैश की अफवाह और स्विच ऑफ
इसके बाद एक अफवाह उड़ाई गई कि असद को ले जा रहा विमान क्रैश हो गया है, हालांकि यह सब विद्रोहियों का ध्यान भटकाने की साजिश थी. इसके बाद मॉस्को ने 'ट्रांसपोंडर ट्रिक' का उपयोग करके सीरियाई तट पर अपने हवाई अड्डे के माध्यम से असद को भागने की व्यवस्था की.
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार असद को कहा गया कि वो विमान के टेक ऑफ होने के कुछ देर बाद उसका ट्रांसपोंडर बंद कर दें. इसके बाद असद के मॉस्को जाने से पहले विमान सीरियाई तट पर रूस के खमीमिम हवाई अड्डे तक गया. इसके लिए उसने एक बार यू-टर्न भी लिया. फिर खमीमिम एयरबेस पर पहले से तैनात किए गए रूसी सेना के विमान से असद और उनके परिजनों को मॉस्को भेजा गया.
रूसी एजेंस ने मना लिया था असद
क्रेमलिन के सूत्रों ने कहा कि जैसे ही यह स्पष्ट हो गया कि वह विद्रोहियों से हार जाएंगे, तब रूसी सरकार के लिए काम करने वाले एजेंटों ने असद को तुरंत देश छोड़ने के लिए मना लिया. इसके साथ ही पहले से तय किए ऑपरेशन के तहत उन्हें देश से निकाल लिया गया.
बता दें कि यह पूरी इनसाइड स्टोरी तब सामने आई है जब फ्लाइट-ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटराडार24 ने रविवार सुबह तड़के सीरिया की राजधानी दमिश्क से निकलते समय एक विमान को दिखाने की बात कही. साथ ही यह माना गया कि इसी विमान में असद को ले जाया जा रहा था.