सिर्फ वीकेंड में ड्रिंक करने और नॉर्मल शख्‍स के लिवर की देख लें तस्‍वीर, फिर मत कहना- 'अजी कुछ नहीं होता'
Advertisement
trendingNow12554802

सिर्फ वीकेंड में ड्रिंक करने और नॉर्मल शख्‍स के लिवर की देख लें तस्‍वीर, फिर मत कहना- 'अजी कुछ नहीं होता'

इस बात से हर कोई वाकिफ है शराब हमारे लिवर को सड़ा सकती है, लेकिन अगर आप रहे हैं कि कभी-कभीर ड्रिंक करने में कोई प्रॉब्लम नहीं है, तो ये महज आपका ख्याली पुलाव ही साबित होगा. 

सिर्फ वीकेंड में ड्रिंक करने और नॉर्मल शख्‍स के लिवर की देख लें तस्‍वीर, फिर मत कहना- 'अजी कुछ नहीं होता'

Silent Danger of Alcohol on Liver Health: शराब को सेहत का दुश्मन माना जाता है, लेकिन अगर आपको लगता है कि हफ्ते में सिर्फ एक बार ड्रिंक करेंगे तो कुछ नहीं होगा, तो ये बहुत ही बड़ी भूल साबित हो सकती है. शराब का सेवन भले ही कम मात्रा में हो, लिवर हेल्थ के लिए एक गंभीर खतरा है. हाल ही में, 'द लिवर डॉक्टर' (The Liver Doc) के नाम से जाने जाने वाले मशहूर लिवर एक्सपर्ट डॉ. साइरियाक एबी फिलिप्स (Dr. Cyriac Abby Philips) के एक वायरल पोस्ट ने इस टॉपिक को हाइलाइट है. पोस्ट में 2 लिवर की तुलना की गई है,  एक 32 साल का शख्स जो "सिर्फ वीकेंड में ड्रिंक करता था" उसका लिवर काला और डैमेज नजर आ रहा था. इसे उसकी वाइफ ने ये ऑर्गन डोनेट किया था जो हेल्दी और पिंक नजर आ रहा था. ये तस्वीर वक्त के साथ शराब से लिवर पर होने वाले साइलेंट लेकिन गंभीर नुकसान को दिखाती है.
 

fallback

वीकेंड में पीने वाले न हो जाएं बेफिक्र
डॉ. फिलिप्स ने इस बात पर जोर दिया कि कम मात्रा में शराब का सेवन, जैसे कि सिर्फ वीकेंट में ड्रिंक करना सीरियस लिवर डैमेज का कारण बन सकता है. शराब एक टॉक्सिन की तरह काम करती है, जिसे लिवर द्वारा हानिकारक कार्सिनोजेनिक बाइप्रोडक्ट्स में मेटाबोलाइज़ किया जाता है जो ऑर्गन के रिसोर्सेज को दूसरे जरूरी काम के लिए कम कर देते हैं. खपत की गति (रक्त अल्कोहल कंसंट्रेशन या बीएसी), जेनेटिक प्रिडिस्पोजीशन (एडीएच और एएलडीएच 2 जैसे एंजाइम), और लाइफस्टाइल की आदतें लिवर डैमेज की लिमिट को और ज्यादा प्रभावित करती हैं.

कम ड्रिंक करना हार्मलेस नहीं
ऐसा अक्सर देखा जाता है कि शराब के असर का आंकलन या इसकी मात्रा का गलत अनुमान सेहत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है. व्यक्तिगत संवेदनशीलता, जेनेटिक वेरिएशन और को एग्जिस्टिंग हेल्थ कंडीशन भी शराब के असर को निर्धारित करने में भूमिका निभाती हैं, वीकेंड में शराब पीना, जिसे अक्सर हार्मलेस माना जाता है, लेकिन ये लिवर पर सिग्निफिकेंट कम्युलेटिव स्ट्रेस का कारण बन सकता है जो आखिर में ऑर्गन डैमेज की तरफ ले जाता है.

हमारे लिए सबक 

1. नाजुक है लिवर
भले ही कम मात्रा में हो, लिवर के लिए शराब एक टॉक्सिन के रूप में काम करती है, जिससे कार्सिनोजेनिक बाइप्रोडक्ट प्रोड्यूस होते हैं.

2. मेन फैक्टर्स
जेनेटिक प्रिडिस्पोजीशन, शराब पीने की मात्रा और लाइफस्टाल लिवर डैमेज का कारण बन सकते हैं

3. वीकेंड ड्रिंकिंग मिथ
सिर्फ हफ्ते के आखिर में भी शराब पीने से लिवर पर गंभीर स्ट्रेस और डैमेज हो सकता है.

4. ऐसा असर जिसके बारे में सोचा न हो
हर किसी व्यक्तिगत विविधताएं ये अनुमान लगाना मुश्किल बनाती हैं कि किसे गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं और किसे नहीं.

हमें क्या करना चाहिए?
लिवर की अच्छी सेहत के लिए शराब से पूरी तरह परहेज करना है बेस्ट ऑप्शन हैं, क्योंकि कभी-कभी ड्रिंक करने वालों को भी गंभीर खतरा हो सकता है. अल्कोहल से तौबा करने कैंसर, हार्ट डिजीज, नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारियों का रिस्क भी घट जाता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. इसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

Trending news