मुश्किल में British Woman: Drugs रखने के आरोपों से Court ने किया बरी, लेकिन Kuwait की Jail से नहीं हुई रिहाई
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मुश्किल में British Woman: Drugs रखने के आरोपों से Court ने किया बरी, लेकिन Kuwait की Jail से नहीं हुई रिहाई

ब्रिटेन की रहने वालीं सारा असैयद कुवैत की जेल में बंद हैं. 10 साल सजा के फैसले के खिलाफ उनकी अपील पर कोर्ट ने उन्हें बरी तो कर दिया, लेकिन कुवैत जेल से उनकी रिहाई नहीं हो पाई है. सारा के पेरेंट्स ब्रिटेन सरकार से अपनी बेटी की रिहाई की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सरकार कुछ सुनना नहीं चाहती.

फोटो: द सन

लंदन: ड्रग्स (Drugs) रखने के आरोपों से बरी होने के बावजूद कुवैत (Kuwait) की जेल में बंद एक ब्रिटिश महिला (British Woman) के पेरेंट्स ने उसकी रिहाई की गुहार लगाई है. 35 वर्षीय सारा असैयद (Sara Assayed) की कार से कथित तौर पर ड्रग्स बरामद करने के मामले में उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई थी. हालांकि, सारा ने सजा के खिलाफ अपील की और बाद में उन्हें निर्दोष करार दे दिया गया. इसके बावजूद उन्हें जेल से रिहा नहीं किया जा रहा है.  

  1. ड्रग्स रखने के आरोप में हुई थी सारा की गिरफ्तारी
  2. अपील कोर्ट ने सभी आरोपों से किया है बरी 
  3. ब्रिटिश महिला को नहीं छोड़ रहा कुवैत जेल प्रशासन  

Parents की उम्मीद नहीं हुई पूरी

‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, सारा असैयद (Sara Assayed) को मार्च में कुवैत (Kuwait) की अदालत ने ड्रग्स रखने का दोषी ठहराया था. उन्हें 10 साल कैद की सजा सुनाई गई थी. ब्रिटिश प्राइमरी टीचर ने इस फैसले के खिलाफ जून में अपील की, जहां उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया गया. सारा के पेरेंट्स को उम्मीद थी कि वह जल्द ही जेल से बाहर आ जाएंगी, लेकिन अब तक ऐसा हुआ नहीं है.  

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British Ministry ने खड़े किए हाथ

सारा के पेरेंट्स का कहना है कि उनकी बेटी को कुवैत स्थित एक ऐसी जेल में रखा गया है, जहां कैदियों की संख्या काफी ज्यादा है. वह इस संबंध में ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उल्टा मंत्रालय की तरफ से ये कहा जा रहा है कि हम कुछ नहीं कर सकते. सारा के पिता जियाद असैयद ने कहा, ‘हम असहाय महसूस कर रहे हैं, हमारी बेटी निर्दोष होने के बावजूद जेल में बंद है और कोई हमारी मदद नहीं करना चाहता’.

2019 में हुई थी Sara की गिरफ्तारी

रिपोर्ट के मुताबिक, सारा को एक अन्य टीचर के साथ 2019 में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस का कहना था कि सारा की कार से ड्रग्स बरामद हुआ है. खाड़ी देशों में ड्रग्स रखने की सजा 10 साल जेल है जबकि तस्करों को मृत्युदंड दिया जाता है. सारा के पेरेंट्स का आरोप है कि ट्रायल के दौरान उनकी बेटी को बोलने की इजाजत नहीं दी जाती थी. पिछले महीने अपील कोर्ट ने सारा पर लगाए गए सभी आरोपों को निराधार पाते हुए उन्हें बरी कर दिया था. कोर्ट ने कहा था कि सारा के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं. इसके बावजूद उसे रिहा नहीं किया गया है.   

 

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