Canada: जस्टिन ट्रूडो को घरेलू मोर्चे पर लगा बड़ा झटका, जल्द चुनाव की उठी मांग, क्या अगले साल तक बच पाएगी PM की कुर्सी?
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Canada: जस्टिन ट्रूडो को घरेलू मोर्चे पर लगा बड़ा झटका, जल्द चुनाव की उठी मांग, क्या अगले साल तक बच पाएगी PM की कुर्सी?

Justin Trudeau: इस बीच, एक नेशनल सर्वे में सामने आया है कि ट्रूडो की लिबरल पार्टी समर्थन हासिल करने और उसे बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है,

Canada: जस्टिन ट्रूडो को घरेलू मोर्चे पर लगा बड़ा झटका, जल्द चुनाव की उठी मांग, क्या अगले साल तक बच पाएगी PM की कुर्सी?

Canada By-Elections:  कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को मंगलवार को बड़ा झटका लगा. उनकी लिबरल पार्टी संघीय उपचुनाव में कंजरवेटिव पार्टी से हार गई, जिसके बाद विपक्षी नेता पियरे पोलीव्रे ने जल्द चुनाव कराने की मांग की. बता दें कनाडा के 45वें फेडरल चुनाव अगले साल होने हैं.

कांटे की टक्कर में कंजर्वेटिव उम्मीदवार डॉन स्टीवर्ट ने लिबरल के गढ़ माने जाने वाले टोरंटो-सेंट पॉल (Toronto-St. Paul's ) में जीत हासिल की. उन्होंने लिबरल पार्टी के लेस्ली चर्च को 590 मतों से हराया.

कनाडाई मीडिया के मुताबिक चर्च पर स्टीवर्ट की जीत चौंकाने वाली है क्योंकि यह सीट 30 से अधिक वर्षों से लिबरल्स के पास है.

टोरंटो-सेंट पॉल टोरंटो, ओंटारियो प्रांत में एक संघीय चुनावी जिला है. यह हाउस ऑफ कॉमन्स की 338 सीटों में से एक है. लिबरल पार्टी का 1993 से टोरंटो-सेंट पॉल पर कब्ज़ा कर रखा था.

लगातर 10 चुनाव रहे लिबरल के नाम
सोमवार से पहले, यह सीट लगातार 10 चुनावों तक लिबरल के पास थी. पूर्व सांसद कैरोलिन बेनेट 25 से अधिक वर्षों तक स्थानीय प्रतिनिधि थीं और - जिनकी डेनमार्क में राजदूत के रूप में नियुक्ति उपचुनाव की वजह बनी.

'धन्यवाद, टोरंटो-सेंट पॉल'
डॉन स्टीवर्ट ने जीत के बाद कहा, 'धन्यवाद, टोरंटो-सेंट पॉल! आपने मुझ पर जो भरोसा जताया है, इसके लिए मैं बहुत आभारी हू और मैं इसे कभी हल्के में नहीं लूंगा. मैं संसद में आपकी आवाजं बनने का वादा करता हूं.'

स्टीवर्ट की प्रतिद्वंद्वी, चर्च ने चुनाव हारने के बाद अपनी टिप्पणी में कहा कि लिबरल्स के पास अगले चुनाव तक 16 महीने हैं. मैं सेंट पॉल में लिबरल उम्मीदवार बनने की योजना बना रही हूं. हम मतदाताओं का भरोसा वापस जीतने के लिए काम करना शुरू कर रहे हैं...' उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया. 'डॉन स्टीवर्ट को अच्छी तरह से चलाए गए अभियान के लिए बधाई. हम रीमैच का इंतज़ार कर रहे हैं.'

ट्रूडो पर बढ़ेगा दबाव
ग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ऐतिहासिक गढ़ को खोने से प्रधानमंत्री ट्रूडो पर दबाव बढ़ने की संभावना है. सीबीसी न्यूज ने टिप्पणी की, 'इस तरह के गढ़ में लिबरल्स का खराब प्रदर्शन ट्रूडो के लिए आत्ममंथन को प्रेरित कर सकता है, जिनकी लोकप्रियता में गिरावट देखी गई है, क्योंकि मुद्रास्फीति, जीवन-यापन की लागत का संकट, आवास की  उच्च कीमतें और इमीग्रेशन लेवल की वजह से वोटर्स में असंतोष को बढ़ा रहे हैं.'

जल्द चुनाव की मांग
कंजर्वेटिव नेता पोलीवरे ने प्रधानमंत्री ट्रूडो से शीघ्र चुनाव कराने की मांग की. उन्होंने मंगलवार को सोशल मीडिया पर इसे 'चौंकाने वाला उलटफेर' बताया.

पोलीव्रे ने एक्स पर लिखा, 'यह फैसला है: ट्रूडो इस तरह से नहीं चल सकते. उन्हें अब कार्बन टैक्स पर चुनाव कराना चाहिए.'

ट्रुडो से नाराज वोटर
कैंपने के दौरान टोरंटो-सेंट पॉल के मतदाताओं ने सीबीसी न्यूज को बताया कि सरकार द्वारा आवास संकट, मुद्रास्फीति और इजरायल-हमास संघर्ष से निपटने के तरीके बहुत ही नाज़ुक थे. बात सिर्फ मुद्दों तक कही सीमित नहीं थी कई वोटर्स ने बदलाव की इच्छा जाहिर की और कहा कि वह ट्रूडो से ऊब गए हैं.

दूसरी तरफ ट्रूडो अगले चुनाव में लिबरल पार्टी का नेतृत्व करने पर अड़े हैं.

नेशनल सर्वे में सामने आया ट्रूडो की लोकप्रियता का सच
इस बीच, नेशनल सर्वे में सामने आया है कि ट्रूडो की लिबरल पार्टी समर्थन हासिल करने और उसे बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है, जबकि कंजर्वेटिव के लिए समर्थन बढ़ रहा है.

ग्लोबल न्यूज़ के लिए इप्सोस द्वारा किए गए एक सर्वे में कहा गया कि ट्रूडो की घटती लोकप्रियता लिबरल्स की किस्मत को 'नीचे खींच' रही है.

अधिकांश मतदाता (68 प्रतिशत) चाहते हैं कि ट्रूडो पद छोड़ दें. 45 वर्षीय कंजर्वेटिव नेता पोलीवरे की स्थिति मजबूत हो रही है. सर्वे में कंजर्वेटिव को 42 प्रतिशत वोट मिले, जबकि लिबरल को 24 प्रतिशत.

लगभग आधे (44 प्रतिशत) ने कहा कि उन्हें लगता है कि कंजर्वेटिव नेता पोलीवरे सबसे अच्छे प्रधानमंत्री साबित होंगे, जबकि 75 प्रतिशत कनाडाई चाहते हैं कि लिबरल्स से सरकार कोई दूसरी पार्टी ले ले.

(एजेंसी इनपुटके साथ)

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