अमेरिकी संघीय अभियोजकों का आरोप है कि गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक हत्यारे को काम पर रखा था और 15,000 डॉलर का अग्रिम भुगतान किया था.
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खालिस्तानी आतंकवादी के खिलाफ हत्या की साजिश रचने के आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य से प्रत्यर्पित किया गया है. 52 वर्षीय गुप्ता को पिछले साल चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था. सोमवार को उसे न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है.
गुप्ता वर्तमान में ब्रुकलिन में फेडरल मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद है, जहां उसे कैदी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. पीटीआई के मुताबिक वाशिंगटन पोस्ट उसके प्रत्यर्पण की खबर देने वाला पहला समाचार आउटलेट था.
वाशिंगटन पोस्ट की न्यूज के मुताबिक मामले से परिचित लोगों के अनुसार चेक गणराज्य से हिरासत में लिए गए गुप्ता को वीकेंड में न्यूयॉर्क लाया गया. आमतौर पर, प्रत्यर्पित किए गए प्रतिवादियों को देश में आने के एक दिन के भीतर अदालत में पेश होना पड़ता है.
गुप्ता पर क्या हैं आरोप ?
बता दें अमेरिकी संघीय अभियोजकों का आरोप है कि गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक हत्यारे को काम पर रखा था और 15,000 डॉलर का अग्रिम भुगतान किया था. उनका आरोप है कि इसमें एक अनाम भारतीय सरकारी अधिकारी भी शामिल था.
रॉयटर्स के मुताबिक गुप्ता पिछले जून में भारत से प्राग गया था जहां उसे चेक अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था. पिछले महीने, चेक कोर्ट ने अमेरिका भेजे जाने से बचने की उसकी याचिका कर दी, जिससे चेक न्याय मंत्री के लिए उसे प्रत्यर्पित करने का रास्ता साफ हो गया.
यूएस एनएसए की आगामी भारत यात्रा
गुप्ता का प्रत्यर्पण अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन की वार्षिक आईसीईटी वार्ता के लिए नई दिल्ली यात्रा से पहले हुआ है. पीटीआई के मुताबिक उम्मीद है कि सुलिवन अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के समक्ष यह मुद्दा उठाएंगे.
भारत ने ऐसे किसी मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है.
गुप्ता ने किया आरोपों से इनकार
गुप्ता ने अपने वकील के माध्यम से आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि उन पर 'अनुचित आरोप' लगाए गए हैं. पीटीआई के मुताबिक वाशिंगटन पोस्ट ने कहा, 'गुप्ता की वकील रोहिणी मूसा ने भारतीय सर्वोच्च न्यायालय को एक याचिका में लिखा है कि उनके मुवक्किल पर अनुचित तरीके से मुकदमा चलाया जा रहा है, और कहा कि 'रिकॉर्ड में ऐसा कुछ भी नहीं है जो याचिकाकर्ता को कथित पीड़ित की हत्या की कथित साजिश से जोड़ता हो.'
कौन है पन्नून?
बता दें खालिस्तान आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक गुरपतवंत सिंह पन्नून, सिख फॉर जस्टिस का कानूनी सलाहकार और प्रवक्ता है, जिसका उद्देश्य एक अलग सिख राज्य के विचार को बढ़ावा देना है. भारत सरकार ने गुरपतवंत सिंह पन्नून को आतंकवादी घोषित कर दिया है.